अररिया:बिहार में भाकपा माले ने रविवार को विरोध दिवस (CPI ML Observed Protest day) मनाया. पूरे प्रदेश में भाकपा माले के कार्यकर्ताओं ने विधानसभा के अंदर माले विधायकों के साथ किये गए दुर्व्यवहार को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. इसी क्रम में अररिया बस स्टैंड से चांदनी चौक तक जुलूस निकालकर, सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
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माले कार्यकर्ताओं का कहना है कि बिहार विधानसभा के अंदर लोकतंत्र शर्मसार हुआ है. कार्यकर्ताओं ने बताया कि अगर हमारे प्रतिनिधि ने जनता के वाजिब सवालों पर चर्चा की मांग की और राज्य में गिरती कानून-व्यवस्था का सवाल उठाया तो क्या बुरा किया. इस पर विधानसभा अध्यक्ष को गंभीरता दिखानी चाहिए थी, लेकिन उन्होंने तानाशाही का रवैया अपनाया.
माले विधायकों से दुर्व्यवहार मामले में विरोध प्रदर्शन:भाकपा माले के कार्यकर्ताओं ने बताया कि, भाकपा-माले विधायक दल 31 मार्च को बिहार विधानसभा में राज्य में गिरती कानून-व्यवस्था, माॅब लिंचिंग, दलितों-अति पिछड़ों पर बर्बर सामंती हमले, अल्पसंख्यकों के खिलाफ घृणा प्रचार आदि विषय पर विधानसभा के अंदर कार्य स्थगन प्रस्ताव दिया था, क्योंकि उस दिन सदन का अंतिम दिन था. लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने लोकतंत्र की गरिमा को धूमिल किया. विधायकों को अपमानित किया. सभी एमएलों को जबरदस्ती उठाकर बाहर भिजवा दिया गया. यह लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है. इसी को लेकर माले कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. कार्यकर्ताओं का कहना है कि सरकार के इस रवैये का विरोध, सड़क से सदन तक रहेगा.