अररिया: जिले में एक तरफ नदियां उफान फेंक रही है, वहीं, दूसरी ओर अररिया शहर के कई वार्डों में जलजमाव की समस्या से लोग परेशान हैं. जिले के कई नदियों के जलस्तर में बढ़ोत्तरी हुई है. इसकी वजह से ग्रामीण इलाकों के लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है. वहीं, शहर के विभिन्न वार्डों में जल निकासी की व्यवस्था नहीं होने की वजह से शहर वासियों के घरों तक पानी जा पहुंचा है.
अररिया: उफान पर नदियां, शहर में भी जलजमाव
जिले की प्रमुख नदियां नुना, परमान, बकरा इत्यादि में जलस्तर काफी तेजी से बढ़ रहा है. इस वजह से कई गांव का प्रखंड से संपर्क करना मुश्किल हो गया है. सतभिटा, तारण, डुब्बा, पिपरा, अमहारा सहित दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में हैं.
उफान पर हैं नदियां
बता दें कि अररिया जिला साल के 4 महीने बाढ़ से ग्रसित रहता है. वहीं, 4 दिनों से लगातार हो रही बारिश के साथ-साथ नेपाल से छोड़े गए पानी ने लोगों की मुसीबत फिर से बढ़ा दी है. जिले की प्रमुख नदियां नुना, परमान, बकरा इत्यादि में जलस्तर काफी तेजी से बढ़ रहा है. इस वजह से कई गांव का प्रखंड से संपर्क करना मुश्किल हो गया है. सतभिटा, तारण, डुब्बा, पिपरा, अमहारा सहित दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में हैं.
जिला मुख्यालय में जलजमाव
वहीं, जिला मुख्यालय के कई ऐसे वार्ड हैं, जहां जलजमाव की वजह से लोग अपने ही घरों में कैद हैं. लोगों ने आक्रोश जताते हुए कहा कि जब से जिला आबाद हुआ है, तब से विकास के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च तो हुए हैं, लेकिन फिर भी जलजमाव की समस्या से निजात नहीं मिली. अगर समय रहते नाला और सड़क निर्माण हो गया होता, तो इस मुसीबत का सामना नहीं करना पड़ता.