अररिया:लॉकडाउन के कारण दैनिक मजदूरी करने वालों की परेशानी बढ़ गई है. उनके सामने रोजी-रोटी की समस्या खड़ी हो गई है. यही कारण है कि पिछले दिनों कई मजदूर शहरों से पैदल ही चलकर अपने प्रदेश पहुंचे. पूर्णयां के तीन लोगों ने भी कुछ ऐसा ही किया है. वो दो रिक्शा पर सवार होकर 9 दिनों में फारबिसगंज पहुंच गए.
अररिया: लॉकडाउन ने बढ़ाई रोजी-रोटी की चिंता, नोएडा से रिक्शा चलाकर पहुंचे घर - रिक्शा चलाकर पहुंचे घर
कोरोना वायरस को लेकर लॉकडाउन किये जाने के बाद इनके सामने भूखमरी की नौबत गई थी. ऐसे में तीनों ने रिक्शा से ही घर जाने का फैसला किया. 9 दिनों के सफर के बाद वो अररिया सीमा में पहुंचे.
'रोजी-रोटी की समस्या के कारण लिया फैसला'
लॉकडाउन में रिक्शा चलाकर नोएडा सेक्टर 31 से 3 लोग अररिया के फारबिसगंज पहुंच गए. महमूद, अंजिला और जमशेद तीनों नोएडा में रिक्शा चलाया करते थे. कोरोना वायरस को लेकर लॉकडाउन किये जाने के बाद इनके सामने भूखमरी की नौबत गई थी. ऐसे में तीनों ने रिक्शा से ही घर जाने का फैसला किया. 9 दिनों के सफर के बाद वो अररिया सीमा में पहुंचे.
'तीन जगह हुआ स्वास्थ्य जांच'
दो रिक्शा पर सवार महमूद, अंजिला और जमशेद ने बताया कि रास्ते में हमारी तीन जगहों पर स्वास्थ्य जांच भी हुई. बिहार की सीमा में प्रवेश के बाद खाने की थोड़ी दिक्कत हो रही है. उन्होंने बताया कि हमें पूर्णियां जिले के झगरुआ श्रीनगर अपने घर जाना है. जो यहां से अभी 100 किमी दूर है. लेकिन अपने इलाके में पहुंचने के बाद इनके चेहरों पर सुकून साफ तौर पर देखा जा सकता है.