दरभंगाः जिले में बाढ़ लगातार कहर ढा रहा है. बाढ़ पीड़ितों का दर्द कम होने का नाम नहीं ले रहा है. 15-20 दिनों से लोग बाढ़ के कारण गांव छोड़ कर ऊंचे स्थानों पर शरण लिए हुए हैं.
बाढ़ का कहर
हायाघाट के सिरिनिया, अम्माडीह और सिनुआरा समेत कई गांवों के करीब एक हजार परिवार बागमती नदी के सिरिनिया तटबंध पर शरण लिए हुए हैं. लोग एक ही प्लास्टिक शीट में बाल-बच्चों और माल-मवेशियों के साथ रह रहे हैं. खाने-पीने से लेकर पशुओं के चारे तक पर आफत है. एक तरफ बच्चों की थाली में अन्न नहीं है, तो दूसरी तरफ पशु चारे के लिए टकटकी लगाए हुए हैं. लोगों का कहना है कि इस विपदा के समय में न तो जन प्रतिनिधि और न ही सरकारी अधिकारी उनकी सुध ले रहे हैं.