पटना: बिहार में कोरोना महामारी के कारण इस बार मानसून सत्र बिहार विधान मंडल भवन में नहीं होगा. राज्यपाल फागू चौहान के निर्देश के बाद बिहार मानसून सत्र का आयोजन ज्ञान भवन के प्रथम तल स्थित अधिवेशन भवन में आहूत किया गया है.
पिछले एक महीने से लगातार कई जनप्रतिनिधि और सूबे के आला अधिकारी भी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं. बीजेपी के एक एमएलसी का कोरोना की वजह से निधन भी हो चुका है. इन्हीं सब कारणों को देखते हुए ये फैसला लिया गया है.
पहली बार होगा ऐसा
2020 का मॉनसून सत्र इतिहास में पहली बार बिहार विधान मंडल परिसर से बाहर आयोजित होगा. इसको लेकर अधिसूचना जारी कर दी गई है. संसदीय कार्य विभाग के अधिसूचना के मुताबिक बिहार विधान परिषद का 195वां मानसून सत्र 3 अगस्त से बिहार विधान परिषद वेश्म में अधिवेशन होने के लिए आहूत किए जाने के संबंध में महामहिम राज्यपाल बिहार का 4 जुलाई को प्राप्त आदेश के आलोक में संसदीय कार्य विभाग द्वारा तदनुसार अधिसूचना संख्या 411 और 412 दिनांक सर्वसाधारण के लिए प्रकाशित किया गया था.
विभाग की तरफ से जारी पत्र कोविड-19 महामारी के संबंध में जारी दिशानिर्देश के अनुसार माननीय सदस्यों के आसन व्यवस्था में न्यूनतम भौतिक दूरी के अनुपालन के लिए स्थान परिवर्तन में हुए आंशिक संशोधन से संबंधित बिहार राज्यपाल का दिनांक 24 जुलाई का निम्नलिखित आदेश एक बार फिर सर्वसाधारण की सूचना के लिए प्रकाशित किया जाता है.
राज्यपाल ने कहा:
'भारत के संविधान के अनुच्छेद 174 के खंड 1 के द्वारा रजत शक्तियों का उपयोग करते हुए मैं फागू चौहान बिहार का राज्यपाल इसके द्वारा बिहार विधान परिषद को दिनांक 3 अगस्त 2020 को 11 बजे पूर्वाह्न में बिहार विधान परिषद वेशम पटना के स्थान पर सम्राट अशोक कन्वेंशन केंद्र पटना परिसर में अवस्थित ज्ञान भवन के प्रथम तल पर स्थित हॉल में अधिवेशन होने के लिए आहूत करता हूं.'