गया:इमामगंज विधानसभा सुरक्षित सीट पर 10 प्रत्याशियों के किस्मत का फैसला 10 नवंबर को आएगा. विधानसभा क्षेत्र-227 में पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी और पूर्व विधान सभाध्यक्ष उदयनारायण चौधरी दोनों की किस्मत का फैसला ईवीएम में कैद हो गया. गया के इमामगंज विधानसभा क्षेत्र में कड़ा मुकाबला है.
गया: जीतन राम मांझी और उदय नारायण चौधरी की किस्मत EVM में कैद - Bihar Election 2020
इमामगंज विधानसभा सीट से दो दिग्गज नेता की किस्मत ईवीएम मशीन में बंद हो गई. जीतन राम मांझी और उदय नारायण चौधरी की किस्मत का फैसला 10 नवंबर को आएगा.
![गया: जीतन राम मांझी और उदय नारायण चौधरी की किस्मत EVM में कैद मांझी और चौधरी की किस्मत EVM में कैद](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-9349418-thumbnail-3x2-imamganj.jpg)
इमामगंज विधानसभा क्षेत्र
इमामगंज विधान सभा क्षेत्र में 2,95,605 वोटर हैं. जिले के दस विधानसभा क्षेत्र में फिलहाल एनडीए और महागठबंधन के पांच-पांच विधायक हैं. इनमें बीजेपी से दो, जेडीयू से दो, हम से एक, आरजेडी से चार और कांग्रेस से एक विधायक हैं. गया की इमामगंज सीट जीतनराम मांझी और उदय नारायण चौधरी के लिए प्रतिष्ठा का विषय बनी हुई है. दोनों धुरंधर नेता अपनी-अपनी जीत के दावे कर रहे हैं.
आरोप-प्रत्यारोप का दौर
बिहार के महासमर में जुबानी जंग जारी है. इसी कड़ी में पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने आरजेडी नेता तेजस्वी यादव पर से सवाल पूछते हुए कहा कि उनके माता-पिता ने उनके कार्यकाल में कितने विकास कार्य किए वो भी जनता को बताए. साथ ही एलजेपी नेता चिराग पासवान पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि उनके लिए अंगूर खट्टे हैं.