पटना: साल 2021 अब समाप्ति की ओर है. साल 2021 बिहार पुलिस के लिए काफी चुनौतीपूर्ण साबित हुआ है. साल 2021 के शुरुआती एक-दो महीनों को छोड़ दिया जाए तो कोरोना की दूसरी लहर (Second Wave of Corona) ने विकराल रूप ले लिया था. इस दौरान आम लोगों की सेवा में तत्पर कई पुलिसकर्मियों को जान भी गंवानी पड़ी. कोरोना की दूसरी लहर में पुलिस कर्मियों द्वारा मास्क चेकिंग, एंबुलेंस और ऑक्सीजन की कालाबाजारी ना हो, इस को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने अहम भूमिका निभाई.
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इसके साथ-साथ बिहार पुलिस का जो महत्वपूर्ण काम है, प्रोफेशनल पुलिसिंग का उसको भी ध्यान में रखा गया है. पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार के मुताबिक साल 2021 में प्रोफेशनल पुलिसिंग के तहत एक और जहां अपराधी ज्यादा पकड़े गए, वहीं, अपराध का दर भी काफी कम रहा. यहां तक की बिहार पुलिस द्वारा पिछले साल की तुलना में साल 2021 में ज्यादातर अपराधियों को सजा दिलवाई गई है. महिलाओं के विरुद्ध अपराध की घटनाओं को भी काफी कमी आई है.
आपको बता दें कि साल 2020 में जहां 1417 अपराधियों को दोषसिद्ध करवाया गया था. वहीं, साल 2021 में यह आंकड़ा बढ़कर 2305 हो गया है यानी कि 2305 अपराधियों को दोषसिद्धि करवाया गया है. बिहार में मध निषेध कानून (Alcohol Prohibition Law in Bihar) लागू होने से साल 2020 की तुलना में 2021 में महिलाओं के विरुद्ध अपराध में कमी आई है. साल 2020 में जहां 3438 गंभीर महिलाओं के प्रति मामला दर्ज हुआ था. वहीं, साल 2021 में 1264 मामले दर्ज हुए हैं.
साल 2021 में लगभग 3 महीने चलने वाला पंचायत चुनाव शांतिपूर्ण निष्पक्ष और भयमुक्त करवाने हेतु बिहार पुलिस ने अहम भूमिका निभाई. विधि व्यवस्था बनाए रखने में बिहार पुलिस का अहम रोल रहा है जो कि बिहार पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हुई. महिला सशक्तिकरण की ओर बढ़ते हुए बिहार पुलिस से देश का पहला ऐसा राज्य पुलिस बल है जहां पर सबसे अधिक महिलाएं पुलिस बल में हैं. साल 2021 में बिहार पुलिस की पहली महिला बटालियन को सीआरपीएफ ट्रेनिंग सेंटर में महिला कमांडो की ट्रेनिंग दिलाई गयी. जल्द ही इन महिला कमांडो को केंद्र की तर्ज पर वीआईपी सुरक्षा में तैनात किया जाएगा.
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यही नहीं, साल 2021 में बिहार पुलिस में अब ज्यादातर महिलाओं के पुलिस बल में होने से उन्हें ड्यूटी में किसी तरह की समस्या नहीं होती. इस वजह से महिला पुलिस कर्मियों के बच्चों की देखभाल हेतु बीएमपी में क्रेच भी खोला गया है. उसके साथ-साथ भी एमपी में पुलिस पुलिसकर्मियों और अधिकारियों के लिए ट्रेनिंग के साथ-साथ उन्हें स्वस्थ रखने हेतु जिम की भी व्यवस्था की गई है.