पटना: बिहार में जून के महीने में है मानसून (Monsoon in Bihar) आ चुका है और लगातार बारिश हो रही है, जिससे कई जिले बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. मौसम विभाग ने बिहार के 24 जिलों के लिए ब्लू अलर्ट (Blue Alert) जारी किया है. मौसम विभाग (Meteorological Department Alert) के पूर्वानुमान के अनुसार बिहार के इन जिलों के कई इलाकों में गरज के साथ बारिश होने की संभावना है.
इधर, मौसम विभाग ने कई जिलों के लिए येलो अलर्ट (Yellow Alert) भी जारी किया है. वहीं, राजधानी पटना में बादल छाये हैं, लेकिन बारिश होने की संभावना नहीं है. आइये जानते है इन अलर्ट्स का क्या मतलब होता है.
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ब्लू अलर्ट (Blue Alert) : जिन इलाकों में बारिश की संभावना होती है उसके लिए मौसम विभाग ब्लू अलर्ट जारी करता है. इस दौरान जिले के कई इलाकों में गरज के साथ बारिश के आसार की चेतावनी होती है.
येलो अलर्ट (Yellow Alert) : भारी बारिश, तूफान, बाढ़ या ऐसी प्राकृतिक आपदा से पहले लोगों को सचेत करने के लिए मौसम विभाग येलो अलर्ट जारी करता है. इस चेतावनी का मतलब है कि 7.5 से 15 मिमी की भारी बारिश होने की संभावना है. अलर्ट जारी होने के कुछ घंटों तक बारिश जारी रहने की संभावना रहती है. बाढ़ आने की आशंका भी रहती है.
ऑरेंज अलर्ट (Orange Alert) : चक्रवात के कारण मौसम के बहुत अधिक खराब होने की आशंका होती है जो कि सड़क और वायु परिवहन को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ जान और माल की क्षति भी कर सकता है. ऐसे में ऑरेंज अलर्ट जारी किया जाता है. जैसे-जैसे मौसम और खराब होता है, येलो अलर्ट को अपडेट करके ऑरेंज कर दिया जाता है. ऑरेंज अलर्ट में लोगों को घरों में रहने की सलाह दी जाती है.
रेड अलर्ट (Red Alert) : जब मौसम खतरनाक स्तर पर पहुंच जाता है और भारी नुकसान होने का खतरा रहता है तो रेड अलर्ट जारी किया जाता है. जब भी कोई चक्रवात अधिक तीव्रता के साथ आता है तो मौसम विभाग की ओर से तूफान की रेंज में पड़ने वाले इलाकों के लिए रेड अलर्ट जारी किया जाता है. ऐसे में प्रशासन से जरूरी कदम उठाने के लिए कहा जाता है.