पटना: पटना के पाटलिपुत्र स्थित बुद्धा प्लाजा में पंजाब स्थित सरकारी यूनिवर्सिटी महाराजा रणजीत सिंह टेक्निकल विश्वविद्यालय (MRSPTU) के वाइस चांसलर प्रोफेसर बूटा सिंह सिद्धू (VC Professor Buta Singh Sidhu) ने प्रेस वार्ता की. इस दौरान यूनिवर्सिटी में छात्रों को प्रोवाइड कराए जा रहे विशेष एजुकेशनल कोर्सेज (Special Educational Courses) के बारे में जानकारी दी गई.
यह भी पढ़ें-एक कमरे में चल रही है आठवीं तक की कक्षा, 'ऐसे पढ़ेगा तो कैसे बढ़ेगा इंडिया'?
वाइस चांसलर ने बताया कि यह यूनिवर्सिटी तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में देश के मानव संसाधन विकास में कुशल जनशक्ति सृजित करने के अलावा औद्योगिक उत्पादकता को बढ़ाकर और यहां के लोगों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
बिहार और पंजाब का रिश्ता काफी पुराना रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सिख समुदाय के लिए बिहार में काफी कुछ किया है. इस प्रेस वार्ता के माध्यम से बिहार के ऐसे छात्र जो टेक्निकल एजुकेशन प्राप्त करना चाहते हैं उन्हें यह जानकारी देने आए हैं कि यह विश्वविद्यालय सरकारी विश्वविद्यालय है और विश्वविद्यालय से कई मल्टीनेशनल कंपनी में छात्रों का कैंपस भी होता है.- प्रोफेसर बूटा सिंह सिद्धू, वाइस चांसलर, एमआरएसपीटीयू
इस दौरान बताया गया कि कई बड़ी मल्टीनेशनल कंपनी का विश्वविद्यालय से कोलैबरेशन भी है. काफी संख्या में प्रत्येक वर्ष बिहार से छात्र तकनीकी शिक्षा लेने के लिए पंजाब जाते हैं और वहां ठगी का शिकार हो जाते हैं. इन्हीं सारी समस्याओं का समाधान निकालने का प्रयास किया जा रहा है.
वाइस चांसलर ने बताया कि ज्ञानी जैल सिंह टेक्निकल कॉलेज जो देश के पुराने तकनीकी कॉलेजों में शुमार है. साल 2015 में उसे विश्वविद्यालय के रूप में महाराजा रणजीत सिंह तकनीकी विश्वविद्यालय बना दिया गया. विश्वविद्यालय में काफी संख्या में कोर्सेज छात्रों को प्रोवाइड कराए जाते हैं. विश्वविद्यालय में तीन हजार के करीब छात्र हैं जिनमें 500 से अधिक छात्र बिहार से हैं.
बूटा सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि बिहार सरकार के तरफ से उच्च शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति की जो कुछ भी योजना है उनके विश्वविद्यालय में सभी योजनाएं लागू होती हैं. ऐसे में गरीब छात्र जो शिक्षा का व्यय वहन नहीं कर सकते वह इन योजनाओं का लाभ लेकर निशुल्क पढ़ सकते हैं.
विश्वविद्यालय के वीसी प्रोफेसर बूटा सिंह सिद्धू ने कहा कि विश्वविद्यालय का एक प्रोग्राम है इनरोल हियर एंड स्टडी एब्रॉड और इस प्रोग्राम के तहत यूके कनाडा के कई यूनिवर्सिटी से विश्वविद्यालय का एमओयू है. इसके तहत दो प्रोग्राम प्रोवाइड कराए जा रहे हैं.
मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और कंप्यूटर साइंस में थ्री प्लस वन और 3 प्लस टू का कार्यक्रम चल रहा है. इसके तहत 3 साल छात्र इसी यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करेंगे और 1 साल के लिए एब्रॉड जाकर विदेशों में चयनित यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करेंगे. इसके अलावा 3 प्लस टू के कार्यक्रम के तहत 3 साल रणजीत सिंह यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के बाद छात्र 2 साल विदेशों में पढ़ाई करेंगे और इस दौरान उन्हें बैचलर प्लस मास्टर्स दोनों में बीटेक की डिग्री हासिल होगी.
यह भी पढ़ें-पटना: नए सत्र से मगध महिला कॉलेज में कई नये कोर्सेज की पढ़ाई होगी शुरू
यह भी पढ़ें-आज से IGNOU के स्नातक फाइनल ईयर की परीक्षा, पटना के इग्नू क्षेत्रीय कार्यालय में 12 नए एजुकेशनल प्रोग्राम की शुरुआत