पटना :झारखंड के बाद बिहार के सीमांचल इलाके में काफी संख्या में स्कूलों में रविवार की जगह शुक्रवार को छुट्टी होने का मामला (Holidays on Friday In School) विवाद का रूप लेता जा रहा है. इसी बीच जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने एक ट्वीट कर सियासत और गर्मा दिया है. उपेंद्र कुशवाहा ने भाजपा के राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा (Upendra Kushwaha Rakesh Sinha) के एक बयान का हवाला देते हुए ट्वीट किया और बेवजह माहौल खराब करने का आरोप लगाया.
ये भी पढ़ें - बिहार के स्कूलों में जुमे की छुट्टी, क्या धर्म देखकर तय होंगे नियम?
उपेन्द्र कुशवाहा ने ट्वीट कर लिखा- ''उर्दू विद्यालयों में छुट्टी: वाकई जरूरी मुद्दा है या अनावश्यक विवाद बनाने की कोशिश…! छुट्टी पर आपत्ति करने वाले महानुभावों, आप सभी को पता तो होना चाहिए कि शुक्रवार को सिर्फ उर्दू विद्यालयों में ही अवकाश नहीं होता है, संस्कृत महाविद्यालयों में भी प्रत्येक महीने के प्रतिपदा और अष्टमी को छुट्टी रहती है. नहीं मालूम है तो संस्कृत विश्वविद्यालय के इस कैलेंडर का अवलोकन कर अपना ज्ञान बढाइए, प्लीज़. वैसे, सिर्फ मुद्दा बनाने के इरादे से बयानबाजी करनी है तो और बात है.''
इतना ही नहीं, जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने ये ट्वीट भाजपा के राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा के जवाब में अपने ट्वीट के साथ संस्कृत महाविद्यालय का एक कैलेंडर भी जारी किया है, जिसमें तमाम बातों को लिखा.
बिहार के स्कूलों में शुक्रवार छुट्टी पर क्या है विवाद: बिहार के सीमांचल (Seemanchal News) जिलों के कई स्कूलों में शुक्रवार को साप्ताहिक छुट्टी पर बखेरा (Juma Holiday Row) खड़ा हो गया है. सीमांचल के मुस्लिम बहुल आबादी वाले सरकारी स्कूलों में शुक्रवार के दिन साप्ताहिक छुट्टी रहती है. जबकि उसी जिले में गैर मुस्लिम आबादी वाले स्कूलों में रविवार को छुट्टी रहती है. इस पूरे मामले को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है. वहीं शिक्षा मंत्री विजय चौधरी (Bihar Education Minister Vijay Kumar Choudhary) ने डीईओ से रिपोर्ट तलब किया है.