पटना: राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने 200 प्वाइंट रोस्टर पर अध्यादेश के मद्देनजर सरकार को आड़े हाथों लिया है. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह अध्यादेश सिर्फ जनता की आंखों मे धूल झोंकने जैसा है. उस अध्यादेश से पिछड़ा-अतिपिछड़ा वर्ग को कुछ भी नहीं मिलने वाला है.
'जनता की आंखों में धूल झोंकने के लिए 200 प्वाइंट रोस्टर पर लाया गया अध्यादेश' - Central Government
200 प्वाइंट रोस्टर पर अध्यादेश के मद्देनजर देश मे सियासत जारी है. विपक्षी पार्टियां सरकार को इस मुद्दे पर घेरने की कोशिश करती नजर आ रही है. आरएलएसपी अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने भी अध्यादेश के मद्देनजर सरकार को आड़े हाथों लिया.
अध्यादेश एससी-एसटी वर्ग के लोगों के साथ अन्याय है
कुशवाहा ने कहा कि अध्यादेश लाकर सरकार अपनी पीठ थपथपा रही हैं. लेकिन, ये अध्यादेश एससी-एसटी वर्ग के लोगों के साथ अन्याय है. इस रोस्टर से केंद्रीय विश्वविद्यालयों की नियुक्ति में ना तो ओबीसी, एसीएसटी और ना ही आदिवासियों समुदाय के लोगों को लाभ मिल पाएगा. इससे किसी भी तरह का सुधार नहीं होगा. पूर्व मंत्री ने कहा कि ऐसी परिस्थतियों में केंद्र सरकार का दावा सिर्फ आइवॉश है.
जनता आने वाले चुनावों में उन्हें सबक सिखाएगी
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि आज के जमाने में जनता काफी समझदार हो गयी है. पिछड़ा वर्ग अपने हितों के प्रति जागरुक है. अब इनके हितों की अनदेखी नहीं की जा सकती है. सरकार ने सिर्फ दिखावे के लिए अध्यादेश जारी किया है. जागरुक जनता आने वाले चुनावों में उन्हें सबक सिखाएगी, अब उनका जाना तय है.