पटना: लोकतंत्र के सबसे बड़े महापर्व चुनाव में वोटरों का एक बड़ा हिस्सा अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने से चूक जाता है. एक ओर जहां चुनाव आयोग और जिला प्रशासन लगातार मतदाता जागरूकता अभियान चलाती है,वहीं ये वोटर हर चुनाव में वोट देने से वंचित रह जाते हैं.
'चुनावी कार्य में लगे सभी चालकों और खलासियों के लिए भी वोट देने की हो व्यवस्था'
चुनाव में वोटरों का एक बड़ा हिस्सा अपने मताधिकार का इस्तेमाल नहीं कर पाता. चुनावी कार्य में लगे सभी वाहनों के चालक और खलासी अपना वोट नहीं दे पाते.
चुनावी कार्य में लगे वाहन चालक नहीं कर पाते वोट
दरअसल जब भी चुनाव आते हैं तो आचार संहिता जारी होती है. उस दौरान जिला प्रशासन सैकड़ों बड़े वाहनों को चुनाव कार्य के लिए जब्त कर लेता है. विडंबना यह है कि जब्त किये गये और चुनावी कार्य में लगे सभी वाहनों के चालक और खलासी ही भी एक वोटर होते है,इस बात का ख्याल जिला प्रशासन को नहीं रह जाता है. ऐसे वोटर हर बार अपना वोट नहीं दे पाते हैं.
बिहार ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन की गुहार
हालांकि, इस बार बिहार ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने चुनाव आयोग से मदद की गुहार लगाई है. एसोसिएशन का कहना है कि जिस तरह वोट देने के लिए सभी सरकारी कर्मचारियों और मतदान कर्मचारी की व्यवस्था की जाती है वैसे ही उन सभी चालकों और खलासियों के लिए भी वोट देने की व्यवस्था कि जाए क्यूंकि वोट देने का अधिकार इस लोकतंत्र में सभी को है.