Caste Census : जातीय जनगणना क्यों जरूरी है.. क्यों उठी मांग? एक क्लिक में जानें सब कुछ
भारत की सामाजिक और राजनीतिक व्यवस्था में यह नारा सदियों से लगता रहा है, 'जिसकी जितनी संख्या भारी, उसकी उतनी हिस्सेदारी'. यहीं से शुरू होती है सामाजिक न्याय की लड़ाई. अब जबकि ये लड़ाई राजनीतिक दलों को कमजोर होती दिखने लगी है, वोट बैंक खिसकने का खतरा मंडराने लगा है. ऐसे में एक बार फिर जातीय जनगणना (Caste Census in India) का शोर मचाया जाने लगा है. लेकिन आखिर इसकी जरूरत क्या है? आखिरी बार इस तरह की जनगणना कब हुई थी? पहले कब जातिगत जनगणना की मांग हुई है? केंद्र सरकार जातिगत जनगणना से क्यों कतरा रही है? आइए जानते हैं.. बिहार स्टेट हेड सुजीत कुमार झा की रिपोर्ट..
वंशवाद की राजनीति में बिहार एक अपवाद? संघर्ष देखकर सूबे की जनता करती है स्वीकार!
देश में वंशवाद की जड़ें गहरी होती जा रही हैं. आज जो क्षेत्रीय पार्टियों की जड़ें देश में फैली हुईं हैं वो 'वंशवाद की बेल' के सहरे लिपटी हुईं हैं. लेकिन बिहार में वंशवादी राजनीति एक अपवाद के रूप में है. यहां कई चेहरे हैं जो वंशवादी राजनीति के 'आइकन' हैं. पीएम नरेंद्र मोदी इस मुद्दे पर लगातार हमलावर रहते हैं. ईटीवी भारत बिहार के ब्यूरो चीफ अमित भेलारी की रिपोर्ट..
यूक्रेन संकट पर बोले गिरिराज सिंह और अश्विनी चौबे- हर हाल में आएंगे भारतीय, मोदी सरकार कर रही है व्यवस्था
रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग (Russia Ukraine War Crisis) के चलते बिहार सहित पूरे देश के हजारों लोग वहां फंसे हैं. इसमें अधिकांश मेडिकल की पढ़ाई करने गये छात्र-छात्राएं शामिल हैं. इसके चलते उन छात्रों के परिजन काफी चिंतित हैं. इसे लेकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और अश्विनी कुमार चौबे ने लोगों को आश्वस्त किया है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार पूरी कोशिश कर रही है. सभी को सुरक्षित लाया जायेगा. पढ़ें पूरी खबर.
Bihar Budget 2022: विपक्ष का दिखेगा आक्रामक रुख, महागठबंधन की बैठक में रणनीति पर हुई चर्चा
बिहार विधानसभा का बजट सत्र शुरू हो चुका है. यह सत्र 31 मार्च तक चलेगा. 28 फरवरी को उपमुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद बिहार सरकार का बजट पेश करेंगे. इसे लेकर सत्तापक्ष की ओर से जोरदार तैयारी की गयी है. इधर विपक्ष भी सरकार को सदन में घेरने की तैयारी में जुट गया है. इसे लेकर महागठबंधन के नेताओं की एक बैठक हुई.
Petrol-Diesel Price Today: रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच पेट्रोल-डीजल के नए रेट जारी, यहां चेक करें बिहार में तेल की कीमत
यूक्रेन-रूस के बीच युद्ध से कच्चे तेल की कीमतों में तेजी देखने को मिली है. हालांकि अब तक इसका असर भारत में नहीं देखा गया है. लेकिन मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आने वाले दिनों में तेल के कीमतों में भारी उछाल देखी जा सकती है. बिहार में 25 फरवरी को पेट्रोल-डीजल की कीमतों (Petrol-Diesel Price Today) में मामूली गिरावट देखने को मिला है. कुछ जिलों में कीमतों में मामूली वृद्धि हुई है, तो वहीं कई जिलों में राहत भी मिली है. जानिए क्या है बिहार के अलग-अलग जिलों में तेल की कीमत..