बिहार के लाल का विश्व रिकॉर्डः सकिबुल गनी ने अपने डैब्यू मैच में जड़ा तिहरा शतक, VIDEO में देखें तूफानी पारी
बिहार के क्रिकेटर सकिबुल गनी ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में इतिहास रच दिया है. उन्होंने अपने डेब्यू मैच में तिहरा शतक लगा दिया है, जो वर्ल्ड रिकॉर्ड है. सकिबुल ने कोलकाता में रणजी ट्रॉफी में मिजोरम के खिलाफ यह विशाल निजी स्कोर बना डाला है. सकिबुल मोतिहारी के रहनेवाले हैं. पढ़ें रिपोर्ट..
मोतिहारी के सकिबुल ने क्रिकेट के मैदान पर रचा इतिहास तो परिवार में खुशियों का माहौल, बधाई देने वालों का तांता लगा
मोतिहारी युवा क्रिकेटर सकिबुल गनी (Bihar Cricketer Sakibul gani) ने रणजी ट्रॉफी में खेलते हुए विश्व रिकॉर्ड बनाया है. इसके बाद घर में खुशियों का माहौल है. गांव में भी जश्न का माहौल है. मोतिहारी नगर के अगरवा मुहल्ला का निवासी सकिबुल के घर शुभचिंतकों के फोन आ रहे हैं. घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है. पढ़ें पूरी खबर.
बिहार की कड़वी सच्चाई है रोजगार और शिक्षा के लिए 'पलायन', चुनाव आते ही इस पर फिर शुरू हुई राजनीति
यह सच्चाई है कि बिहार की बड़ी आबादी रोजगार से लेकर शिक्षा तक के लिए दूसरे राज्यों में जाने को मजबूर है. पिछले दिनों जम्मू कश्मीर में भी बिहार के कई लोगों की हत्या कर दी गई थी. महाराष्ट्र में भी अक्सर यहां के लोगों से मारपीट की घटना होती है. दिल्ली के मुख्यमंत्री ने भी बिहार के लोगों को लेकर बड़ा बयान दिया था और कई राज्यों में इस तरह की बातें सुनने को मिलती है.
... आखिर बिहार में क्यों कम हो रही है गदहों की संख्या? कहीं ये वजह तो नहीं
बिहार समेत देशभर में गधों की संख्या में भारी कमी चिंता का विषय है. यही रहा तो 2030 तक बिहार से गधे विलुप्त (Donkeys will be extinct species from Bihar) हो जाएंगे. एक्सपर्ट का मानना है कि इससे इकोसिस्टम पर असर पड़ेगा. गधों की कम होती संख्या की बड़ी वजह चीन में गदहों की तस्करी (Donkey smuggling in China) और मशीनीकरण है.
अधर में गुरू जी के 15% वेतन वृद्धि का मामला, ऑनलाइन कैलकुलेटर ने और उलझाया
बिहार के गुरु जी की परेशानी दूर नहीं हो रही. यहां तक कि सरकार अपना किया वादा भी पूरा नहीं कर पा रही है. शिक्षा विभाग का ऑनलाइन कैलकुलेटर एक छलावा साबित हो रहा है. नतीजा यह हुआ है कि 15% वेतन वृद्धि तो लागू नहीं हुई और ऑनलाइन कैलकुलेटर की वजह से शिक्षकों की वेतन विसंगति (Bihar teacher salary discrepancy) और ज्यादा बढ़ गई. ऐसे में अब शिक्षक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और शिक्षा विभाग से सारी परेशानियों का एक हल बता रहे हैं.