पटना: बिहार के तीन जिले अभी भी बाढ़ (Flood in Bihar) की आपदा झेल रहे हैं. वर्तमान में सहरसा (Saharsa), समस्तीपुर (Samastipur) और नालंदा (Nalanda) के 10 प्रखंडों के अंतर्गत कुल 38 पंचायत आंशिक अथवा पूर्ण रूप से बाढ़ से प्रभावित हैं. बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग (Disaster Management Department) द्वारा जारी दैनिक प्रतिवेदन के अनुसार बिहार के 3 जिलों के पचासी गांवों की करीब 50,000 की आबादी इस आपदा को झेल रही है.
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बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन की ओर से राहत शिविर का संचालन किया जा रहा है. इसमें 140 लोग रह रहे हैं. आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से संचालित सामुदायिक रसोई में 5286 लोग भोजन कर रहे हैं. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से कुल 55 नाव चलाये गये. अब तक बिहार में बाढ़ से कुल 60 लोगों की मौत हो चुकी है. बाढ़ प्रभावित तीन जिलों में एनडीआरएफ (NDRF) की एक और एसडीआरएस (SDRF) की तीन टीमों को बचाव और राहत कार्य में लगाया गया है.
आपदा विभाग की ओर से अब तक पूरे बिहार में 4,04,587 पॉलीथिन शीट और 5,22,036 ड्राई राशन पैकेट का वितरण किया गया है. बिहार सरकार की ओर से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के 13,41,843 बाढ़ प्रभावित परिवारों को जीआर यानी अनुग्रहित राशि के माध्यम से 6000 की दर से 805.11 करोड़ की राशि का भुगतान किया गया है. शेष बचे लाभुकों के परिवारों को जल्द भुगतान किया जाएगा. बाढ़ के चलते फसलों को हुई क्षति का आकलन भी बिहार सरकार की ओर से कराया जा रहा है. आकलन के बाद ही फसल क्षति हेतु किसानों को कृषि इनपुट अनुदान की राशि भुगतान किया जाएगा.
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