पटना: आज कार्तिक पूर्णिमा (Kartik Purnima) है. इस दिन स्नान (Holy Dip in Ganges) और दान का खास महत्व बताया जाता है. यह भी मान्यता है कि इस दिन स्वर्ग लोक से देवता धरती पर गंगा घाट पर स्नान करने उतरते हैं. इसी खुशी में गंगा घाटों को सजाया जाता है. गंगा स्नान से सभी पापों की मुक्ति मिलती है. वहीं, इसके बारे में पुराणों व शास्त्रों में कई कथाओं उल्लेख किया गया है कि भगवान शंकर के जेष्ठ पुत्र कार्तिकेय के नाम पर कार्तिक पूर्णिमा का आयोजन होता है.
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आज के ही दिन कार्तिकेय महाराज ने तारकासुर राक्षस का वध किया था. वहीं, यह भी कहा जाता है कि आज के दिन तुलसी और महालक्ष्मी की पूजा की जाती है. घर में धन, सुख, समृद्धि का लाभ मिलता है. गंगा स्नान करने से कई महीनों के स्नान के बराबर पुण्य मिलता है. आज के दिन गंगा में स्नान करने से शरीर को कई रोगों से मुक्ति मिलती है. शरीर के अंदर जितनी भी बुराइयां हैं, उसका अंत और शुद्धिकरण हो जाता है.
पुण्य स्नान करते श्रद्धालु कार्तिक पूर्णिमा को गंगा में स्नान, ध्यान और दान करने से कई तरह का पुण्य मिलता है. इसके बारे में शास्त्रों में कई कथाओं का वर्णन भी है. मां लक्ष्मी और तुलसी की भी पूजा की जाती है. आज के दिन गंगा स्नान को महा स्नान की संज्ञा दी गई है. पुनपुन के पावन तट पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु सुबह से ही गंगा में डुबकी लगा रहे हैं.
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