पटना: देश की आर्थिक मंदी को लेकर बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को अपने बयान पर काफी फजीहल झेलनी पड़ रही है. बुधवार को मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी नेता शिवानंद तिवारी के बाद अब नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी ट्वीट के जरिए सुमो पर कटाक्ष किया है.
'बिहार के सबसे बड़े कुतर्क मास्टर सुशील मोदी'
तेजस्वी यादव ने लिखा है कि बिहार के सबसे बड़े कुतर्क मास्टर सुशील मोदी कभी कहते हैं कि सावन-भादो की वजह से मंदी है. कभी कहते हैं पितृ पक्ष के कारण मंदी है, कभी खरमास, कभी बाढ़-सुखाड़. तो कभी बिगड़ती कानून व्यवस्था, प्राकृतिक आपदा की वजह से मंदी है. इनके बेतुके कुतर्कों का मतलब है कि युवा घबराएं नहीं अगले 30 साल में नौकरी का इंतजाम कर देंगे.
विफलताओं की गवाही खुद दे रही सरकार- तेजस्वी
लालू के लाल यहीं नहीं रुके. उन्होंने एक और ट्वीट किया. इसमें आरजेडी नेता ने लिखा कि 15 साल राज करने के बाद भी अफवाह महाशय कह रहे है कि बिहार गरीब राज्य है. नीतीश सरकार अपनी विफलताएं मान कर अपनी बड़ी नाकामी की अपनी ही जुबानी गवाही दे रही हैं. बिहार में लोगों को नून-रोटी नसीब नहीं हो रही है और ये महोदय टीवी पर बिस्कुट-केक खाने की परिकथाएं सुना रहे हैं.
औद्योगिक घराना लॉबियों पर आरोप
बता दें कि सुशील मोदी ने कहा था कि मीडिया में ऑटोमोबाइल और दूसरे क्षेत्रों के बारे में जो रिपोर्ट देखने को मिलती है वह औद्योगिक घराना लॉबियों की ओर से टैक्स रेट को कम करने के लिए सरकार पर दबाव बनाने की एक चाल है. उन्होंने कहा कि पारले-जी का उदाहरण लें. बिहार में इसकी मांग बढ़ी है. ऐसे में चौंकाने वाली बात है कि मांग में गिरावट कैसे आई. केरल और तमिलनाडु जैसे विकसित राज्यों में इन बिस्कुटों के स्थान पर पेस्ट्री खाना शुरू करने से क्या ऐसा संभव है?