पटना: प्रवासी मजदूरों को लेकर एक बार फिर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार पर बड़ा हमला बोला है. प्रवासी मजदूरों के अपमान वाले पत्र को बड़ा हथियार बनाते हुए तेजस्वी ने एक पोस्टर जारी किया है. तेजस्वी यादव ने खुद उस पोस्टर को शनिवार आरजेडी प्रदेश कार्यालय में लगाया. हालांकि सरकार ने उस पत्र को वापस लेकर दूसरा पत्र जारी किया है, लेकिन नेता प्रतिपक्ष ने इसे सीएम नीतीश कुमार की कारगुजारी बताया.
तेजस्वी ने RJD कार्यालय के बाहर खुद लगाया पोस्टर, कहा- हमें है प्रवासी मजदूरों की चिंता - Tejashwi yadav
प्रवासी मजदूरों का मुद्दा विपक्ष के लिए तुरुप का पत्ता साबित होने वाला है. आरजेडी ने इसे बड़ा मुद्दा बना दिया है. बिहार पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी किए गए पत्र को ही आरजेडी अब हथियार के रूप में इस्तेमाल करने की तैयारी में हैं.
सीएम नीतीश पर तेजस्वी का हमला
मुख्यमंत्री पर हमला बोलते हुए तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार के मन में क्या है ये उन्होंने इस पत्र के जरिए बिहार के लोगों को दिखा दिया है. एक तरफ सीएम नीतीश प्रवासी मजदूरों के लिए ये कहते हैं कि उन्हें रोजगार देंगे और दूसरी तरफ उन्हें चोर-उचक्का बताते हैं. तेजस्वी ने कहा कि सीएम को खुद सामने आकर माफी मांगनी चाहिए. बीजेपी डिजिटल रैली कर रही है और हम प्रवासी मजदूरों की चिंता में लगे हैं. एनडीए नेताओं और हमारे बीच ये एक बड़ा फर्क है. आरजेडी नेता ने कहा कि हम प्रवासी मजदूरों की भलाई चाहते हैं. इसीलिए जब बीजेपी डिजिटल रैली करेगी, उस समय हम सुबह 11 बजे 11 मिनट तक थाली कटोरा बजाकर गरीब अधिकार दिवस मनाएंगे.
विपक्ष के हाथ लगा तुरुप का पत्ता
दरअसल पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी एक पत्र में कहा गया है कि घर वापसी करने वाले प्रवासी मजदूरों की आर्थिक स्थिति बेहतर नहीं है. बेरोजगारी से परेशान होकर ये परिवार के पालन-पोषण के लिए आपराधिक गतिविधियों में भी शामिल हो सकते हैं. इससे राज्य में आपराधिक घटनाओं में भी बढ़ोतरी हो सकती है. प्रवासी मजदूरों के इसी मुद्दे को लेकर विपक्ष के हाथ तुरुप का पत्ता लग गया है. बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के तहत तेजस्वी यादव इसे बड़ा मुद्दा बनाने में लगे हैं और इसके साथ ही पोस्टर जारी करते हुए एक बार फिर पोस्टर वॉर शुरू कर दिया है.