पटना: राजधानी को स्मार्ट सिटी बनाने को लेकर सभी इलाकों से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई लगातार चल रही है. इसे लेकर सभी दुकानदारों ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से मुलाकात कर अपनी परेशानी बताई.
इस पर तेजस्वी यादव ने कहा है कि, पटना में इन दिनों सभी नियमों को ताक पर रख अतिक्रमण के नाम पर दुकान, भवन, रैन-बसेरा, बाजार इत्यादि जो नियमित रूप से पहले की सरकार द्वारा बनाया गया है, उसे तोड़ा जा रहा है. सरकार को इसके पीछे का कारण बताना चाहिए.
कारोबारियों से मिलते तेजस्वी यादव 'किस आधार पर हो रही है कार्रवाई'
तेजस्वी यादव ने कहा कि सरकार द्वारा गरीबों को अपना व्यवसाय करने और अपने परिवार का जीवन-यापन करने के लिए ये जमीनें दी गई थीं, लेकिन अब सरकार ही उनके सहारे को छीन रही है. सवाल पूछते हुए तेजस्वी ने कहा कि ये सारी कार्रवाई किस आधार पर और किस आदेश के आलोक में की जा रही है?
'गरीबों के पेट पर लात मार रही है सरकार'
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिना पूर्व नोटिस के कोई जगह खाली नहीं करा सकता है. सरकार अविवेक पूर्ण ढंग से गरीबों के पेट पर लात मार रही है, और उनकी संपत्ति का नाश कर उन्हें बेरोजगार बना रही है.
सरकार से सवाल
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि अखबार पत्रों के माध्यम से पता चला कि सरकार इनकम टैक्स गोलम्बर पर दशकों से बसे फल विक्रताओं को हटाने की कार्रवाई करने जा रही है. सरकार ने मंदिरों को भी तोड़ा है. प्रशासन बताए कि पटना में कितने मंदिर-मस्जिद अतिक्रमित जमीन पर बने हैं. कोई सरकार इतनी असंवेदनशील कैसे हो सकती है?
योजना के ब्लूप्रिंट की मांग
तेजस्वी यादव ने कहा कि आरजेडी इन दुकानों को अतिक्रमित घोषित करने संबंधित कागजात और पीड़ितों को पुर्नवास करने की योजना के ब्लूप्रिंट की मांग करती है. अगर यह अतिक्रमण कार्रवाई नियमसंगत नहीं हैं. तो इसे अविलम्ब बन्द करे, और अगर नियमसंगत ढंग से अतिक्रमण घोषित किया गया है. तो सरकार इससे प्रभावित लोगों का पहले पुर्नवास कराए.