पटना: सूबे के सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच में स्वीपर पद पर कार्यरत दीपक की मौत इमरजेंसी वार्ड में बिजली के झटके के कारण हो गई है. बता दें कि आज इमरजेंसी वार्ड में दीपक बिजली की तार को जोड़ रहा था, उसी दौरान बिजली के झटके के कारण मौके पर ही दीपक की मौत हो गई. घटना के बाद इमरजेंसी वार्ड में मौजूद कर्मचारियों के बीच अफरा-तफरी का माहौल हो गया.
पीएमसीएच में स्वीपर पद पर कार्यरत कर्मचारी की करंट की चपेट में आने से हुई मौत - sweeper
राज्य के सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच में स्वीपर पद पर कार्यरत दीपक की इमरजेंसी वार्ड में बिजली के झटके से मौत हो गई है. मामले की जानकारी मिलते ही परिजन आनन-फानन में पीएमसीएच के इमरजेंसी वार्ड पहुंचे. वहीं, बेटे के शव को देखकर मां का रो-रोकर बुरा हाल है.
![पीएमसीएच में स्वीपर पद पर कार्यरत कर्मचारी की करंट की चपेट में आने से हुई मौत पटना](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-8141868-thumbnail-3x2-patna.jpg)
हाल ही में लगी थी नौकरी
मामले की जानकारी मिलते ही दीपक के परिजन आनन-फानन में पीएमसीएच के इमरजेंसी वार्ड पहुंचे, बेटे के शव को देखकर दीपक की मां का रो-रोकर का बुरा हाल हो गया. वहीं, मौके पर मौजूद दीपक के पिता ने बताया कि वह लोग सीतामढ़ी के रहने वाले हैं और 70 के दशक से दीपक के पिता पीएमसीएच में कार्यरत थे. हाल ही में दीपक की भी नौकरी पटना के पीएमसीएच में स्वीपर पद पर हुई थी. लेकिन आज अचानक इमरजेंसी वार्ड में बिजली के झटके के कारण दीपक की मौत हो गई है.
स्वीपर पद पर कार्यरत तो बिजली मिस्त्री का काम क्यों?
दीपक के परिजन बताते हैं कि अस्पताल प्रशासन की ओर से दीपक की मौत की वजह बिजली के झटके के कारण हुई है, पर यहां सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर एक स्वीपर बिजली मिस्त्री का कार्य अस्पताल में क्यों करेगा और किन वजहों से दीपक को बिजली के तार जोड़ने की परिस्थिति उत्पन्न हुई. इस पूरे मामले के अनुसंधान में अस्पताल प्रशासन के साथ-साथ पुलिस भी जांच में जुट गई है.