पटना:बिहार पुलिस (Bihar Police) के समक्ष सरेंडर करने वाले 9 नक्सलियों (Surrendered Naxalites) को राज्य सरकार (Bihar Government) पुनर्वास के लिए आर्थिक सहायता (Financial Assistance for Rehabilitation) के साथ-साथ उन्हें रोजगार परक ट्रेनिंग देगी. 9 नक्सलियों को आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास योजना के तहत ढाई लाख रुपए की आर्थिक सहायता के अलावा रोजागार के उपयुक्त बनाने की लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था की जायेगी.
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आपको बता दें कि पिछले 1 से डेढ़ साल के दौरान आत्मसमर्पण करने वाले नौ नक्सलियों को ढाई-ढाई लाख रुपए की आर्थिक सहायता के अलावा रोजगारपरक प्रशिक्षण दिया जायेगा. यह प्रशिक्षण 3 साल का होगा. सरेंडर करने वाले नक्सलियों में सब जोनल कमांडर मंजीत यादव, सूबेदार यादव नवल भुइया उर्फ अमरेश भुइया समीर और शशि रंजन और हार्डकोर महिला उग्रवादी रीता बैगा शामिल हैं.
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इन उग्रवादियों ने साल 2019 में गया एवं कैमूर में आत्मसमर्पण किया था. वर्तमान में आत्मसमर्पण योजना के तहत उच्चस्तरीय नक्सलियों को 50 हजार जबकि मध्यम एवं निम्न स्तरीय नक्सलियों को ढाई लाख रुपए दिए जाते हैं. इसके अलावा 36 माह तक प्रशिक्षण भत्ता के रूप में 6000 रुपये देने का प्रावधान है.