पटना:आईजीआईएमएस पटना (IGIMS Patna) के सर्जिकल गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग द्वारा पैंक्रियास कैंसर के 1 मरीज का जटिल ऑपरेशन किया गया. अस्पताल के अधीक्षक और सर्जिकल गैस्ट्रोएंटरोलॉजी के विभागाध्यक्ष डॉक्टर मनीष मंडल ने बताया कि 60 वर्षीय महिला अरुणा देवी वैशाली जिले की निवासी हैं. इन्हें नवंबर 2021 से पेट में दर्द, उल्टी और पीलिया की शिकायत थी. मरीज ने हाजीपुर और अन्य निजी संस्थानों में जाकर इलाज करवाया, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ.
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दूरबीन विधि से पैंक्रियास कैंसर का ऑपरेशन:फिर वो दिसंबर 2021 में आईजीआईएमएस पटना के सर्जिकल गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग में जांच और इलाज के लिए पहुंचीं. जांच के क्रम में इनके पैंक्रियास में कैंसर का पता चला, जिसके बाद सर्जिकल गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग ने भर्ती कर इस जटिल बीमारी का ऑपरेशन दूरबीन (लेप्रोस्कोपिक व्हिप्पल प्रोसीजर) विधि से करने का निर्णय लिया. इसके बाद 24 मार्च को दूरबीन विधि से सफलतापूर्वक ऑपरेशन किया गया.
लेप्रोस्कोपिक प्रोसीजर से सफल ऑपरेशन: आईजीआईएमएस अधीक्षक डॉक्टर मनीष मंडल (IGIMS Superintendent Doctor Manish Mandal) ने जानकारी दी कि पैंक्रियास कैंसर की ओपन सर्जरी करवाने में लगभग 5 से 6 लाख रुपए का खर्चा होता है, जबकि आईजीआईएमएस संस्थान में दूरबीन विधि द्वारा लगभग एक लाख के खर्च में इस ऑपरेशन को पूरा कर लिया गया. संस्थान में बहुतायत ही खुले विधि द्वारा पैंक्रियास कैंसर का सफल ऑपरेशन किया जाता रहा है, लेकिन अब (दूरबीन) लेप्रोस्कोपिक प्रोसीजर (Laparoscopic surgery in IGIMS Patna) से भी सफल ऑपरेशन की जा रही है, जिससे मरीज कम तकलीफ के साथ-साथ कम समय में अस्पताल से स्वस्थ्य होकर घर जा सकते हैं.
''अभी तक दूरबीन विधि से लगभग 4 से 5 ऑपरेशन सफलतापूर्वक आईजीआईएमएस पटना में किए जा चुके हैं. जिसके बाद पूरे बिहार में इतने कम खर्च में इस तरह के ऑपरेशन करने वाला अग्रणी संस्थान आईजीआईएमएस बन गया है. बिहार और आसपास के राज्यों के मरीजों के लिए अस्पताल संजीवनी साबित हो रहा है.''-डॉक्टर मनीष मंडल, अधीक्षक, IGIMS
डॉक्टर मनीष मंडल ने बताया कि उनकी देखरेख में यह ऑपरेशन डॉक्टर राकेश कुमार सिंह और उनकी टीम के द्वारा सफलतापूर्वक संपन्न किया गया. टीम में डॉक्टर निशांत कुरियन, डॉक्टर वेंकट, डॉक्टर हरिशंकर और डॉक्टर लाजपत शामिल थे. उन्होंने बताया कि मरीज पूरी तरह स्वस्थ है और अब उन्हें डिस्चार्ज किया जा सकता है. संस्थान के निदेशक डॉक्टर विभूति प्रसन्न सिन्हा ने इस जटिल ऑपरेशन को सफलतापूर्वक करने के लिए डॉक्टर राकेश कुमार सिंह और उनकी पूरी टीम को बधाई दी है.
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