पटना:बिहार सरकार ने राज्य में आई बाढ़ से क्षति का आकलन कर केंद्र से 2700 करोड़ की मांग की है. इस बाबत 7 सदस्यीय केंद्रीय टीम 4 दिवसीय दौरा कर चुकी है. दौरे के बाद फिर से बिहार सरकार केंद्र को बाढ़ क्षति के आकलन का रिपोर्ट सौंपेगी. इस संबंध में आज राजकीय अतिथिशाला में केंद्रीय टीम और बिहार सरकार के आला अफसरों की बैठक हुई.
पटना: बाढ़ क्षति का फिर आकलन करेगी राज्य सरकार, केंद्रीय टीम का दौरा सकारात्मक
केंद्र को भेजी रिपोर्ट में सबसे ज्यादा जीआर फंड में 1,555 करोड़ की मांग की गई है. इसके अलावा केंद्र को कृषि क्षति में 354 करोड़, सड़क क्षति में 332 करोड़ और जल संसाधन विभाग से जुड़े पुल की क्षति में 306 करोड़ का आकलन भेजा गया है.
मंगलवार को पुन: रिपोर्ट भेजी जाएगी
आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा कि मंगलवार तक क्षति के आकलन की फिर से रिपोर्ट तैयार कर भेजी जाएगी. केंद्रीय टीम का दौरा काफी सकारात्मक रहा. उनका मानना है कि इस बार क्षति काफी हुई है. अत्यधिक प्रभावित जिलों में सीतामढ़ी, दरभंगा और मधुबनी की सघन समीक्षा की गई है.
आकलन का आंकड़ा
प्रत्यय अमृत ने बताया कि केंद्र को भेजी रिपोर्ट में सबसे ज्यादा जीआर फंड में 1,555 करोड़ की मांग की गई है. इसके अलावा केंद्र को कृषि क्षति में 354 करोड़, सड़क क्षति में 332 करोड़ और जल संसाधन विभाग से जुड़े पुल की क्षति में 306 करोड़ का आकलन भेजा गया है. उन्होंने बताया कि इस बार बाढ़ क्षति के आकलन के लिए केंद्रीय टीम का दौरा बहुत जल्दी हो गया है. उम्मीद की जा रही है कि राहत राशि भी केंद्र सरकार द्वारा जल्द ही भेज दी जाएगी.