पटना:देश में वैक्सीनेशन की तैयारी मुकम्मल जरूर है लेकिन, क्या कोरोनाकाल में नीतीश सरकार का स्कूल खोलने का फैसला सही है? ये हम नहीं पूछ रहे बल्कि ये सवाल आज मुंगेर के ममई हाईस्कूल के 25 बच्चों को माता पिता पूछ रहे हैं. जिनके बच्चे कोरोना संक्रमित पाए गए.
दरअसल, मुंगेर जिले के असरगंज प्रखंड के ममई उच्च विद्यालय में एक साथ 25 छात्र और शिक्षक कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं. शिक्षक समेत 25 छात्र छात्राओं में कोरोना के संक्रमण पाए गए हैं. मामला सामने आने के बाद इलाके को कंटेनमेंट जोन घोषित करने के निर्देश दिए गए हैं.
'ममई उच्च विद्यालय के शिक्षक समेत 75 छात्र-छात्राओं की जांच की गई. जिसमें 25 कोरोना संक्रमित मिले हैं. 25 में से 3 महिला शिक्षक, 4 छात्रा और 18 छात्र हैं'. - डॉ. अजय कुमार, सिविल सर्जन, मुंगेर
डॉ. अजय कुमार, सिविल सर्जन, मुंगेर मुंगेर से बच्चों के पैरेंट्स ने सवाल पूछे तो आवाज पटना के सियासी गलियारों तक पहुंची.
'बिहार सरकार बिना किसी तैयारी के ही प्रदेश के लाखों बच्चों की जान से खिलवाड़ कर रही है. अगर बच्चों से यह संक्रमण और लोगों में फैला तो फिर नियंत्रण करना मुश्किल हो जाएगा, इसलिए सरकार को अपने फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए.' - मृत्युंजय तिवारी, प्रदेश प्रवक्ता, आरजेडी
मृत्युंजय तिवारी, प्रदेश प्रवक्ता, आरजेडी गया में कोरोना पॉजिटिव मिले हेडमास्टर
बता दें कि एक दिन पहले गया जिले के सरैया खिजरसराय में एक स्कूल के एक हेडमास्टर कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. बताया जा रहा है कि फिलहाल उनकी हालत चिंताजनक बन हुई है.
उच्च माध्यमिक विद्यालय, सरैया पैरेंट्स : स्कूल में बच्चों को कोरोना हो जाता है तो...
इस बीच बच्चों की सेहत को लेकर फिक्रमंद पैरेंट्स आज भी असमंजस में हैं कि उन्हें स्कूल भेजें या नहीं. उनका कहना है कि यदि स्कूल में बच्चों को कोरोना हो जाता है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा?
'स्कूल खोलने का फैसला गलत निर्णय है. सरकार को पहले कोरोना रोकने का उपाय करना चाहिए, उसके बाद ही स्कूल खोलना चाहिए. सरकार को अपने फैसले पर एक बार पुनर्विचार करना चाहिए'.- ममता, पैरेंट्स
स्कूल कॉलेजों को पालन करना होगा गाइडलाइन
बिहार में स्कूल खोले जाने को लेकर शिक्षा विभाग ने गाइडलाइन भी जारी की है. फिलहाल स्कूलों को दो फेज में खोले जा रहे हैं. पहले फेज में 9वीं से लेकर 12वीं क्लास के बच्चों के लिए स्कूल खुले हैं. वहीं दूसरे फेज में 19 जनवरी से नर्सरी से लेकर आठवीं क्लास के छात्रों के लिए स्कूल खोलने की योजना है. स्कूल के साथ-साथ कॉलेज और कोचिंग संस्थान भी खुल गए हैं.
क्या है गाइडलाइन
- शुरुआती दौर में अभी स्कूलों में सिर्फ 50 फीसदी छात्रों को ही आने की इजाजत दी गई है.
- सभी छात्रों को स्कूल की तरफ से दो मास्क दिए जाएंगे. स्कूल कैंपस में मास्क पहनना अनिवार्य है.
- थर्मल स्कैनर, सेनेटाइजर, हैंड वॉश और साबुन भी स्कूल में रखना होगा.
- क्लास रूम में छात्रों के बीच भी दूरी बनाकर रखनी होगी.
- स्कूल परिसर, पानी की टंकी, वाशरूम को सेनेटाइज किया जाएगा.
- एंट्री और एग्जिट गेट पर एक साथ भीड़ इकट्टा न हों, ऐसी व्यवस्था करने का निर्देश.
- छात्र, छात्राओं के स्कूल आने से पहले माता-पिता या उनके अभिभावकों से सहमति लेने का निर्देश.
बता दें कि 4 जनवरी से बिहार में बिहार में स्कूल और शिक्षण संस्थान खोले गए हैं. फिलहाल सरकार ने 9वीं से 12वीं कक्षा तक के संचालन की अनुमति दी है, जिसमें 50 प्रतिशत छात्रों के ही उपस्थिति रखने के निर्देश दिए गए हैं.