पटना: बिहार विधानसभा का शीतकालीन सत्र(Winter Session of Bihar Assembly) 29 नवंबर से शुरू हो रहा है. इस बार विपक्ष में बिखराव जरूर देखने को मिलेगा, लेकिन फिर भी विपक्ष के दोनों प्रमुख दलों ने नीतीश सरकार को घेरने की तैयारी पूरी कर ली है. हालांकि सरकार की तरफ से भी विपक्ष को पूरा जवाब देने का दावा किया जा रहा है. पांच दिनों के छोटे से सत्र में भी विपक्ष जहरीली शराब से मौत और बढ़ते अपराध समेत अन्य मुद्दों पर पूरी तैयारी के साथ सरकार को घेरने की कोशिश में है.
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कांग्रेस एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्र ने कहा कि भले ही इस बार कांग्रेस और आरजेडी अलग-अलग नजर आएंगे, लेकिन मुद्दों को लेकर कांग्रेस कोई समझौता नहीं करने वाली है. विश्वविद्यालयों में भ्रष्टाचार, टेंडर घोटाला, जहरीली शराब से मौत और बढ़ते अपराध को लेकर हम सरकार से सदन में सवाल करेंगे. उन्होंने कहा कि सरकार को जवाब देना होगा कि आखिर कोरोना से हुई मौतों के बाद स्वास्थ्य व्यवस्था में क्या सुधार हुआ है. आखिर क्यों लोग सरकारी अस्पतालों में जाने से डरते हैं. कांग्रेस नेता ने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सरकार को विपक्ष के सवालों का जवाब तो देना ही होगा.
उधर, मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल ने भी बिहार में शराबबंदी के बावजूद जहरीली शराब से बड़ी संख्या में लोगों की हुई मौत को लेकर सदन में सरकार को कठघरे में खड़ा करने की तैयारी की है. आरजेडी एमएलसी रामबली चंद्रवंशी ने कहा कि अपराध और महंगाई समेत कई बड़े मुद्दे हैं, जिन्हें लेकर हम सरकार को सदन में घेरेंगे.