पटना: बिहार में गर्मी कम होने का नाम नहीं ले रही है. इसपर कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने चिंता व्यक्त की है. मंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि मॉनसून की बेरुखी के कारण 200 से अधिक पंचायतों में सुखाड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है. जिससे किसानों की समस्या बढ़ गई है.
जल्द ही शुरू होगा राहत कार्य
कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि कम बारिश होने की वजह से सुखाड़ की स्थिति आ गई है. सरकार इन पंचायतों में जल्द ही राहत कार्य शुरू करने जा रही है. प्रेम कुमार के अनुसार इस बार धान रोपनी सबसे अधिक 81.94 प्रतिशत हुई है. बारिश नहीं होने के कारण फसल को बचाना एक बड़ी चुनौती है.
कई जिलों में स्थिति अच्छी है
कृषि मंत्री प्रेम कुमार के अनुसार 33 लाख हेक्टेयर में धान की रोपनी करने का लक्ष्य रखा गया था. जिसमें 27 लाख पांच हजार हेक्टेयर में धान की रोपनी हो चुकी है. प्रेम कुमार ने कहा कि कैमूर जिला बिहार का पहला जिला है, जहां 100 फिसदी धान की रोपनी हुई है. कृषि मंत्री के अनुसार कई जिलों में स्थिति अच्छी है. लेकिन अगर बारिश आगे नहीं हुई तो परेशानी बढ़ सकती है. ऐसे में सरकार पटवन के लिये डीजल का अनुदान भी दे रही है.
2700 करोड़ की मांग की गई थी
बता दें कि बिहार सरकार इस बार सुखाड़ से निपटने के लिए पंचायत स्तर पर सर्वेक्षण का आंकलन करा रही है. इस रिपोर्ट के आधार पर जल्द ही राहत कार्य शुरू करने वाली है. इसी रिपोर्ट के आधार पर केंद्र सरकार से नुकसान की भरपाई के लिए मांग की जाएगी. फिलहाल बाढ़ से हुई क्षति के नुकसान की भरपाई के लिए बिहार सरकार ने जो 2700 करोड़ की मांग की गई थी. जिसका केंद्रीय टीम जायजा ले चुकी है.