पटना: बिहार में लंबित पड़े अनुसूचित जाति एवं जनजाति मामलों(SC & ST Cases) की संख्यों में लगातार तेजी से बढ़ती जा रही है. साल 2019 में जहां 5,500 मामले थे. वहीं, यह आंकड़ा बढ़कर अब 7,500 पहुंच गया है. SC-ST मामलों का निपटारा तेजी से करने के लिए राज्य के 9 जिलों में एससी-एसटी के स्पेशल कोर्ट (SC-ST Special Court) खुलेंगे. हाईकोर्ट के स्तर से इन जिलों में एससी-एसटी के विशेष न्यायालय को स्थापित करने के संबंधित अनुमति मिल गई है.
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नालंदा, गोपालगंज, सहारनपुर, चंपारण, रोहतास, नवादा, समस्तीपुर, वैशाली और दरभंगा में SC-ST के स्पेशल कोर्ट खुलेंगे. राज्य सरकार के स्तर से इन्हें खोलने की पहल शुरू कर दी गई है. आपको बता दें कि बिहार में पहले से ही SC-ST विशेष न्यायालयों की संख्या 5 है जो कि पटना, गया, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय में मौजूद है. बिहार के डीजीपी संजीव कुमार सिंघल की मानें तो बिहार पुलिस द्वारा लगातार मामलों का निष्पादन किया जा रहा है.
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संजीव कुमार सिंघल ने बताया की शहरों की तुलना में ग्रामीण क्षेत्रों में बैंक डकैती, संगीन हत्या का उद्भेदन पुलिस के लिए चैलेंजिंग होता है. डीजीपी के मुताबिक बिहार पुलिस के कंधे पर बहुत तरह के चैलेंज इस वक्त हैं उसमें से एक SC-ST मामलों का निष्पादन का भी है. बिहार पुलिस जिसे बखूबी निभा रही है.