पटना:महागठबंधन में मांझी और कुशवाहा के बाद अब कांग्रेस से गठबंधन टूटने की स्थिति बनती जा रही है. लगातार कांग्रेस और राजद के नेताओं की ओर से बयानबाजी की जा रही है. बुधवार को कई घंटे चली कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में कोई नतीजा नहीं निकला. अब गुरुवार यानी आज से पहले चरण के लिए नामांकन भी शुरू हो गए हैं.
बिहार महासमर 2020 : राजद-कांग्रेस में नहीं बन रही बात! सोनिया गांधी ने 80 सीटों के लिए मांगे उम्मीदवारों के नाम
पहले चरण के लिए नामांकन गुरुवार से शुरू हो गए हैं. लेकिन अब तक राजनीतिक दलों में सीट शेयरिंग को लेकर पड़ी गांठ सुलझती नहीं दिख रही है.
जानकारी के मुताबिक सोनिया गांधी ने बिहार प्रदेश कांग्रेस से 80 विधानसभा सीटों की लिस्ट मांगी है. बिहार प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष मदन मोहन झा यह लिस्ट लेकर के स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में शामिल होंगे. कांग्रेस के इस रवैये से यह स्पष्ट हो रहा है कि बिहार चुनाव में कांग्रेस एक अलग मोर्चा बनकर चुनावी मैदान में उतरेगी.
थर्ड फ्रंट की अलग तैयारी
वहीं, रालोसपा सुप्रीमो दिल्ली पहुंचकर एक अलग समीकरण बनाने की तैयारी में जुट गए हैं. सूत्रों की मानें तो गुरुवार को उनकी मुलाकात कांग्रेस के किसी वरिष्ठ नेता से भी हो सकती है. दरअसल, राज्यसभा सांसद अखिलेश सिंह कांग्रेस और उपेंद्र कुशवाहा के बीच पुल का काम कर रहे हैं. अगर कांग्रेस का गठबंधन राजद से टूट जाता है तो बिहार में एक नया समीकरण देखने को मिल सकता है.