पटना: पटना के दानापुर में जदयू नेता दीपक कुमार मेहता हत्याकांड (JDU Leader Deepak Mehta Murder) की जांच जिम्मेदारी एसआईटी को सौंपी गई है. पटना के एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो (Patna SSP Manavjit Singh Dhillon) ने दानापुर डीएसपी के नेतृत्व में एसआईटी गठित किया है. इस एसआईटी में दानापुर, रूपसपुर, दीघा और शाहपुर के थानेदारों को शामिल किया गया है. डायल हंड्रेड के अधिकारियों को भी इसके अलावा इस टीम में शामिल किया गया है. पुलिस ने चार अज्ञात अपराधियों पर हत्या का केस दर्ज किया है. चार संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है.
सभी पहलुओं से हो रही जांच: पुलिस जमीन की खरीद-बिक्री को लेकर चल रहे विवाद के अलावा चुनावी रंजिश समेत पहलुओं पर इस हत्याकांड की जांच कर रही है. दीपक कुमार मेहता की पत्नी शिल्पी देवी ने दानापुर थाने में लिखित बयान दर्ज करवाया है. उसमें उन्होंने किसी से भी दुश्मनी की बात से इनकार किया है. शिल्पी देवी ने अपने बयान में किसी पर कोई शक जाहिर नहीं किया है.
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सुपारी किलर के शामिल होने का संदेह: जदयू नेता दीपक कुमार मेहता के शव का पोस्टमार्टम आईजीआईएमएस में करवाया गया. उसके बाद शव को परिजनों को सौंपा दिया गया. सूत्रों के अनुसार इस हत्याकांड के मास्टरमाइंड ने सुपारी किलर का सहारा लिया है. अपराधी दीपक मेहता की लगातार रेकी कर रहे थे. सुपारी किलर ने सिर और सीने में गोलियां उतार दीपक मेहता की जान की हत्या की. पुलिस टीम उस सुपारी किलर तक पहुंचने की हर संभव कोशिश कर रही है.
वारदात से पहले अपराधियों ने की थी रेकी :पटना पुलिस के विशेष सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शुरुआती दौर में सुपारी किलर के द्वारा दीपक की हत्या की बात सामने आ रही है. बेऊर जेल में बंद कई कुख्यात कैदियों पर भी पटना पुलिस को शक है. मिल रही जानकारी के अनुसार दीपक की हत्या की साजिश होली के दिन ही रची गई थी. एक हफ्ते पहले एक शूटर दीपक के दफ्तर में भी गया था. घटना को अंजाम देने के पहले रेकी भी की थी.