पटना :लालू यादव के 17 ठिकानों पर सीबीआई का छापा (CBI raid on lalu yadavs house) हुआ. इसके बाद से बिहार की राजनीति में भूचाल आ गया है. खासकर राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री व भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) मसले को लेकर लगातार आक्रमण कर रहे हैं. वह राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी पूछ रहे थे. इसका उनको जवाब दिया गया है.
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'शिवानंद तिवारी ने सीबीआई जांच की मांग की थी' :सुशील कुमार मोदी ने पूछा था, अगर लालू प्रसाद ने रेलवे में नौकरी देने के बदले लाभार्थी से जमीन नहीं लिखवायी थी, तो शिवानंद तिवारी ने तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को ज्ञापन देकर सीबीआई जांच की मांग क्यों की थी? विधान परिषद के चतुर्थवर्गीय कर्मचारी ललन चौधरी और रेलवे ग्रुप-डी कर्मचारी हृदयानंद चौधरी के नाम सीबीआई की प्राथमिकी में दर्ज है. शिवानंद तिवारी ने ही 2008 में लालू प्रसाद के खिलाफ CBI जांच की मांग की थी और जब सबूत के आधार पर कार्रवाई हो रही है, तब वे इसे राजनीतिक रंग दे रहे हैं.
लालू को संबोधित कर क्या बोले थे सुशील मोदी : साथ ही सुशील मोदी ने कहा था, ''लालू जी, शिवानंद जी, ललन जी एवं श्री शरद यादव ने 22 अगस्त, 2008 को तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री मनमोहन सिंह को सीबीआई जांच के लिए जो ज्ञापन दिया था, उसी पर सीबीआई ने कार्रवाई की है. लालू जी भूल गए कि कानून के हाथ लंबे होते हैं और अपराध कभी मरता नहीं है. Crime Never Dies.''
सुशील मोदी को शिवानंद तिवारी का जवाब : सुशील मोदी के सवाल का शिवानंद तिवारी ने जवाब (shivanand tiwari answer to sushil modi) दिया. शिवानंद ने कहा, ''बिहार की राजनीति में एक नमूना हैं सुशील कुमार मोदी. अभी अभी अतीत में उन्होंने गोता लगाया और खोज निकाला कि 2008 में हमने लालू यादव पर जमीन वाला आरोप लगाया था. सवाल तो यह नहीं था. सवाल तो यह था कि जब 2008 में आरोप लगा तो उसके बाद से अब तक यानी 14 वर्षों तक सीबीआई उन आरोपों पर क्यों सोई रही.''