पटना: बिहार में बिजली का स्मार्ट प्रीपेड मीटर (Smart Prepaid Meter) लागू किया गया है. स्मार्ट प्रीपेड मीटर राजधानी पटना में कछुए के चाल से लगाया जा रहा है. राजधानी पटना में 70 हजार स्मार्ट मीटर (Seventy Thousand Smart Prepaid Meter) लगाये गये हैं. राज्य में अगले साल तक लगभग 23 लाख से ज्यादा उपभोक्ताओं (Consumers) के यहां स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का लक्ष्य है.
ये भी पढ़ें-बिहार में अब नहीं होगी बिजली की चोरी, प्रीपेड मीटर का रिचार्ज खत्म होते ही कट हो जाएगा पावर
राजधानी पटना के दर्जनों मोहल्लों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाया गया है. लेकिन इस रफ्तार से लगाया जाएगा तो अगले साल 2022 तक 23 लाख उपभोक्ताओं के घरों में मीटर लगाने का सपना कैसे पूरा होगा. पूरे प्रदेश की अगर बात करें तो लगभग एक लाख से अधिक स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाया गया है.
अकेले पटना शहर में 70 हजार घरों में प्रीपेड मीटर लगाए गए हैं. आपको बताते चलें कि पिछले महीने ऊर्जा विभाग के सचिव संजीव हंस ने जिलों के डीएम को भी पत्र भेजा है. उस पत्र में साफ तौर पर यह बताया गया है कि 2022 तक स्मार्ट मीटर लगाने का जो लक्ष्य रखा गया है उस पर सभी डीएम परियोजनाओं को पूरा करवाने में अधिकारियों को निर्देशित करें.
ये भी पढ़ें-सब्जी बेचने के दौरान सड़क पर झूलते तार की चपेट में आया युवक, करंट लगने से मौत
आपको बता दें कि कई जिलों में अधिकारियों के द्वारा ट्रेनिंग भी दी जा रही है. बिजली विभाग उपभोक्ताओं को स्मार्ट बनाने की दिशा में स्मार्ट मीटर लगाने का काम कर रही है. स्मार्ट मीटर लग जाने से अधिक और गलत बिजली बिल (Electricity Bill) आने की शिकायतें दूर होंगी. बिजली चोरी का झंझट खत्म हो जाएगा. स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने पर उपभोक्ताओं को कोई शुल्क नहीं देना है. साथ ही उपभोक्ताओं को मीटर लगाने के बाद 3 दिन का अतिरिक्त समय मिलेगा.
उपभोक्ता घर बैठे स्मार्ट मीटर ऐप से आसानी से इसे रिचार्ज कर सकते हैं. अपना कंज्यूम देख सकते हैं साथ ही लोड बढ़ा सकते हैं. प्रतिदिन का अपना बिजली खपत भी देख सकते हैं. वहीं साउथ बिहार के महाप्रबंधक दिलीप कुमार सिंह ने बताया कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने को लेकर लगातार प्रयास किया जा रहा है.
ये भी पढ़ें-Patna News: तिलक समारोह की खुशियां गम में बदली, करंट की चपेट में आने से दूल्हे की मौत
'बिजली मीटर को स्मार्ट प्रीपेड मीटर में बदले जाने का काम पटना में अभियान के तौर पर चलाया जा रहा है. कोरोना के दूसरी लहर में अभियान प्रभावित जरूर हुआ है. इसका नतीजा है कि स्मार्ट मीटर लगाने की गति में कमी आई है. शीघ्र ही इस अभियान को तेज किया जाएगा. बहुत जल्द कुछ नए क्षेत्रों में भी पुराने मीटर को बदलकर स्मार्ट मीटर लगाये जाने का काम आरंभ किया जाना है. नए कनेक्शन के लिए पेसू क्षेत्र में जो भी नये आवेदन आएंगे, वहां प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाया जाएगा.': दिलीप कुमार सिंह, महाप्रबंधक, साउथ बिहार
ये भी पढ़ें-हवाला के रुपयों के साथ युवक गिरफ्तार, सहरसा से फिरोजाबाद जा रहा था
ये भी पढ़ें-जातीय जनगणना पर PM से मुलाकात पर CM नीतीश ने कहा- 'जल्दी ही खबर मिलेगी'