बिहार

bihar

ETV Bharat / city

नीतीश केवल 'कुर्सी' के वफादार : 'जेन्ने देखली खीर, ओन्ने बैठली फिर' - ईटीवी बिहार न्यूज

बिहार बीजेपी अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि नीतीश कुमार किसी के वफादार हैं तो वह केवल और केवल कुर्सी के हैं. दरअसल नीतीश कुमार के महागठबंधन में शामिल होकर सरकार बनाने के बाद बीजेपी लगातार आक्रामक है.

CM Nitish Kumar
CM Nitish Kumar

By

Published : Sep 9, 2022, 10:35 PM IST

पटना : बीजेपी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल (BJP President Sanjay Jaiswal) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार के सबसे बड़े दलबदलू नीतीश कुमार हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश अगर किसी के वफादार हैं तो वह केवल और केवल कुर्सी के हैं. संजय जायसवाल ने कहा कि जयप्रकाश नारायण के संपूर्ण क्रांति से वह निकल के आए लेकिन आज जेपी की आत्मा रोती होगी कि जिस कांग्रेस और परिवारवाद के विरोध में उन्होंने संपूर्ण क्रांति शुरू की थी, आज उनके चेले उसी कांग्रेस और परिवारवाद के गोद में बैठे हुए हैं.

ये भी पढ़ें - 'CM नीतीश को अब किसी भी कीमत पर BJP नहीं करेगी स्वीकार, विपक्ष की ही राजनीति करें'

बिहार प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने कहा कि बिहार की जनता अब नीतीश की रग-रग को पहचान गयी है. बिहारी जान चुके हैं कि नीतीश अगर किसी के वफादार हैं तो वह केवल और केवल कुर्सी है. इसके लिए जनता, पुराने साथी, कार्यकर्ताओं, राजनीतिक गुरुओं, यहां तक कि अपनी अंतरात्मा को भी धोखा दे सकते हैं. धोखा देना ही उनकी नीति है और फायदा देख पलटना उनका स्वभाव. उन्होंने कहा कि बिहार की प्रसिद्ध कहावत 'जेन्ने देखली खीर, ओन्ने बैठली फिर' इसी तरह के व्यक्तियों के लिए कही गयी है.

''नीतीश कुमार का राजनीतिक इतिहास उठा कर देखें तो शुरूआत से ही इनकी पलटी मारने की आदत साफ दिखाई देती है. अपनी शुरूआती राजनीति इन्होने जेपी और उसके बाद आज तक बदलते रहे हैं. आज नीतीश राजनीतिक के अंतिम पड़ाव में हैं.'' - संजय जायसवाल, बिहार प्रदेश अध्यक्ष

नीतीश पर कटाक्ष करते हुए डॉ जायसवाल ने कहा कि अब न तो उन्हें मान का भय है और न ही अपमान की चिंता है. उन्हें न तो खुद को बेशर्म, चोर और न जाने क्या-क्या कहने वाले 'युवराजों' को अपना उत्तराधिकारी मानने में हिचकिचाहट होती है और न ही बिहारियों का अपमान करने वाले अरविंद केजरीवाल के सामने सरेंडर करने में शर्म आती है. वास्तव में इस बार की पलटी नीतीश कुमार पर कितनी भारी पड़ने वाली है उसका अंदाजा भी उन्हें नहीं है. वक्त जल्द ही उन्हें इसका एहसास करवा देगा.

ABOUT THE AUTHOR

...view details