पटनाःबिहार विधानपरिषद में विपक्ष के नेता (Leader of Opposition in Bihar Legislative Council ) के रूप में विधान पार्षद सम्राट चौधरी को नेता चुना गया है. सम्राट चौधरी ने कहा कि पार्टी ने जो दायित्व दिया है उसका निर्वहन करने की भरपूर कोशिश करूंगा, सदन में जनहित से जुड़े मुद्दे को उठाऊंगा. सरकार की नाकामी को उजागर करने के लिए सड़क से सदन तक मजबूती से विपक्ष आंदोलन करेगी. उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार लोगों की समस्या का समाधान करने में असफल साबित हो रही है.
ये भी पढ़ेंःविधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बने विजय सिन्हा.. परिषद के लिए सम्राट चौधरी को जिम्मेदारी
केंद्र की राशि से किए गए विकास भूल गए मुख्यमंत्रीः सम्राट चौधरी ने कहा कि सरकार की सभी योजनाओं में घोटाला है और इन घोटालों को हमलोग उजागर करेंगे. साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी तंज कसा और कहा कि अब उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार खराब लगती है. आज नल-जल योजना का पैसा लौटाने लगे हैं. जब केंद्र सरकार की राशि लेकर विकास के कार्य किये वो दिन तो वो भूल गए. आज केंद्र की सरकार बिहार के मुख्यमंत्री के लिए खराब हो गई है.
नीतीश कुमार की शिकायत पर हुई है छापेमारीःबिहार में सीबीआई के छापे को लेकर उन्होंने कहा कि ये जो छापामारी हो रही है सब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की शिकायत पर ही हुई है. आज ललन सिंह शिवानन्द तिवारी और लालू यादव के भक्त बन गए हैं, लेकिन पहली बार जब बिहार में सीबीआई आई थी तो शिकायतकर्ता कौन थे? ये भी सब जानता है और यही लोग आज बीजेपी पर आरोप लगा रहे हैं. ऐसा कुछ नहीं है जांच एजेंसी अपना काम कर रही है और जो दोषी होंगे कार्रवाई होगी. अगर गड़बड़ी नहीं किये हैं तो फिर बयानबाजी क्यों कर रहे हैं.
''भारतीय जनता पार्टी एक मजबूत विपक्ष के रूप में बिहार विधान परिषद में अपना योगदान देगी. बिहार में जो का सरकार ने नहीं किया है, उसे पूरा कराने का काम किया जाएगा. अगर सरकार जनता के काम को पूरा नहीं करती है तो बीजेपी उसे सड़क से लेकर सदन तक उठाएगी. मजबूती के साथ पूरा विपक्ष पूरे बिहार में आंदोलन करेगी. बिहार विधान परिषद में बीजेपी के 25 सदस्य हैं जो संख्या काफी है, इसलिए अगर मुख्यमंत्री जनता की आकांक्षा के अनुरूप काम नहीं करते हैं तो हम सरकार की पोल खोलेंगे''- सम्राट चौधरी, बीजेपी विधान पार्षद
ये भी पढ़ेंः पूर्व मंत्री सम्राट चौधरी बोले.. बिहार में 5 सुपर मुख्यमंत्री, सीएम नीतीश अब अप्रासंगिक