पटनाः बिहार में इन दिनों सम्राट अशोक के नाम पर राजनीति (Politics On the Name of Samrat Ashoka In Bihar) खूब चल रही है. राजनीतिक दल सम्राट अशोक की जयंती मना कर कुशवाहा और कोईरी समाज के वोट बैंक पर अपना एकाधिकार जमाने का प्रयास कर रहे हैं. शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी की ओर से सम्राट अशोक की जयंती मना कर लव कुश समीकरण को साधने का प्रयास किया गया वहीं शनिवार को जनता दल (यू) की तरफ से सम्राट अशोक की जयंती मनायी जा रही है और इसके माध्यम से पार्टी यह बता रही है कि बिहार और भारत के इतिहास में सम्राट अशोक का कितना महत्वपूर्ण योगदान रहा है.
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RSSD कुशवाहा, कोइरी और मुस्लिम गठजोड़ की पार्टीःइसी कड़ी में शनिवार को पटना के जगदेव पथ स्थित पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि (Former Union Minister Nagmani) के आवास पर राष्ट्रीय शोषित समाज दल (National Shoshit Samaj Dal) की ओर से सम्राट अशोक जयंती समारोह का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए प्रदेशभर से लगभग 100 की संख्या में पार्टी के कार्यकर्ता शामिल हुए. जयंती समारोह को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय शोषित समाज दल के प्रदेश अध्यक्ष इश्तियाक अहमद (State President Ishtiaq Ahmed) ने कहा कि राष्ट्रीय शोषित समाज दल कुशवाहा कोइरी और मुस्लिम गठजोड़ की पार्टी है. वह सभी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नागमणि के आह्वान पर सम्राट अशोक की जयंती मना रहे हैं और सम्राट अशोक के व्यक्तित्व और उनके कार्यों और समाज में किए गए प्रयासों को जन जन तक पहुंचा रहे हैं.
भाजपा से जुड़े दया सिन्हा नजर नहीं आ रहे हैंःराष्ट्रीय शोषित समाज दल के प्रदेश अध्यक्ष इश्तियाक अहमद ने आगे कहा कि इस बार का सम्राट अशोक जयंती इसलिए अहम है. बीते दिनों जिस प्रकार से सम्राट अशोक के व्यक्तित्व पर भाजपा से जुड़े एक इतिहासकार ने विवादास्पद वक्तव्य देकर सम्राट अशोक के प्रतिष्ठा को धूमिल करने का प्रयास किया था, उसके बाद पूरा देश और खासकर बिहार की जनता सम्राट अशोक के व्यक्तित्व साथ खड़ी हो गई है. आज भाजपा नेता दया सिन्हा की कोई खोज खबर नहीं है. वे परिदृश्य से ही गायब हो गए हैं और भाजपा को धूमधाम से सम्राट अशोक जयंती मनाना पड़ रहा है. आज हर पार्टी गांव-गांव शहर शहर सम्राट अशोक की जयंती मना रही है और उनके नाम पर गलत आचरण ना हो उनके व्यक्तित्व से खिलवाड़ ना हो इसके लिए हम जान तक देने को तैयार हैं.