पटना:बीपीएससी प्रश्नपत्र लीक मामले (BPSC Paper Leak Case) में आर्थिक अपराध इकाई ने गया में जदयू के नेता को गिरफ्तार किया है. उसके बाद बिहार में सियासत तेज हो गई है. राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता एजाज अहमद (RJD Spokesperson Ejaz Ahmed) ने नीतीश सरकार पर तंज कसते हुए (RJD Target Nitish Government) कहा कि हमारे नेता तेजस्वी यादव शुरू से यह कहते रहे हैं कि बीपीएससी प्रश्नपत्र घोटाला मामले में कहीं ना कहीं सत्ता पक्ष का हाथ है जो आज साबित हो गया है. उन्होंने साफ-साफ कहा कि आर्थिक अपराध इकाई ने जिसे पकड़ा है, वो जदयू का नेता है और यही लोग अब इसको लेकर तरह-तरह के बयान बाजी कर रहे हैं जो कि ठीक नहीं है.
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'बिहार में डबल इंजन की सरकार है. शिक्षा व्यवस्था को चौपट कर ही दिया है. साथ ही प्रतियोगिता परीक्षा में भी लगातार भ्रष्टाचार बढ़ रहा है और इस प्रतियोगिता परीक्षा को सरकार ने लूट का अड्डा बना दिया है. आज वह सब सामने आ रहा है और जनता देख रही है कि किस तरह से बिहार में शिक्षा और प्रतियोगिता परीक्षा का मखौल उड़ाया जा रहा है. साथ ही इससे युवाओं के भविष्य को भी सरकार चौपट कर रही है.'- एजाज अहमद, राजद प्रवक्ता
राजद ने JDU पर साधा निशाना : राजद प्रवक्ता एजाज अहमदने कहा कि हमें आर्थिक अपराध इकाई और एसआईटी पर पूरा भरोसा है. वैसे अगर हम बात करें तो इस मामले में अभी छोटी मछली ही पकड़ी गई है. बड़ी मछलियों पर हाथ नहीं डाला गया है लेकिन हमें उम्मीद है कि एसआईटी जो बनाया गया है, निश्चित तौर पर वह बड़ी मछलियों को भी पकड़ लेगी और कहीं ना कहीं सत्ता से जुड़े हुए जो लोग हैं और जिस तरह से प्रतियोगिता परीक्षा को लूट का अड्डा बना दिए हैं. उसका पर्दाफाश होगा. फिलहाल जो हालात हैं, उससे सब कुछ स्पष्ट हो गया है कि किस तरह से बिहार में सत्ता के संरक्षण में बहुत बड़ा खेल चल रहा है और युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.
यह है पूरा मामला :बता दें कि बीपीएससी 67वीं पीटी की परीक्षा के प्रश्नपत्र आरा के वीर कुंवर सिंह कॉलेज से लीक हुए थे और उसके बाद इस पूरे मामले के कारण पूरे बिहार की किरकिरी एक बार फिर से पूरे देश में हुई थी. हालांकि मामले की जानकारी मिलते ही आयोग ने इस परीक्षा को रद्द करने के साथ-साथ इस पूरे मामले की जांच करने के आदेश जारी किए थे. अब तक इस मामले में 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. बीपीएससी के 67वीं प्रीलिम्स परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने के संबंध में आर्थिक अपराध थाना कांड संख्या 20/2022 दर्ज किया गया था. इसमें धारा 420, 467, 468, 120 (भा.द.वि.) 66 आईटी एक्ट व धारा-3/10 बिहार परीक्षा नियंत्रण अधिनियम 1981 दर्ज किया गया है.
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