पटना:चुनावी साल में राजनीतिक दलों में पार्टी के अंदर खींचतान नजर आ रही है. बिहार की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी में इन दिनों सबकुछ ठीक नहीं लग रहा है. पहले ही राजद के कई विधायक और 5 विधान पार्षद पार्टी छोड़कर जा चुके हैं. कई और नेताओं के पार्टी छोड़ने की चर्चा जोरों पर है. वहीं पार्टी के आधार स्तंभ माने जाने वाले रघुवंश प्रसाद सिंह की नाराजगी भी कम नहीं हो रही है. हालांकि राष्ट्रीय जनता दल ने इससे इनकार किया है.
चुनावी साल में रघुवंश बाबू की नाराजगी बरकरार! RJD ने अटकलों से किया किनारा - Mrityunjay Tiwari on displeasure of Raghuvansh Prasad Singh
आरजेडी में रस्साकशी देखने को मिल रही है. वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह की नाराजगी अभी भी जारी है, जबकि पार्टी इसे खारिज कर रही है.
राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि वरिष्ठ समाजवादी नेता रघुवंश प्रसाद सिंह पूरी तरह पार्टी के साथ हैं. उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार को अगले चुनाव में उखाड़ फेंकने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका होगी. राजद नेता ने कहा कि रघुवंश प्रसाद सिंह के आशीर्वाद से ही तेजस्वी बिहार के मुख्यमंत्री बनेंगे.
रघुवंश प्रसाद ने दिया इस्तीफा
बता दें कि वैशाली के प्रमुख नेताओं में से एक रामा सिंह की राजद में एंट्री की चर्चा पिछले दिनों जोरों पर थी. इसी बात को लेकर रघुवंश प्रसाद सिंह ने नाराज होकर पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था. 2 दिन पहले दिल्ली में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव उन्हें मनाने के लिए पहुंचे. लेकिन रघुवंश प्रसाद सिंह ने अपने स्टैंड से पीछे हटने से मना कर दिया. हालांकि उन्होंने दोहराया है कि वह पार्टी के साथ हैं.