पटना: सीएम आवास एक अणे मार्ग के बाद अब सूबे के दूसरे सबसे चर्चित आवास 10 सर्कुलर रोड शुक्रवार को कई सियासी समीकरणों का गवाह बनेगा, दरअसल, पूर्व सीएम राबड़ी देवी का यह आवास दो साल बाद दावत-ए-इफ्तार (Iftar at former CM Rabri Devi residence) से गुलजार होगा. भले ही इस आयोजन को सांप्रदायिक सौहार्द के लिए कहा जा रहा है लेकिन राजनीति को हर पल जीने वाले इस राज्य में इफ्तार के बहाने कई सियासी समीकरणों के बनने से राज्य के राजनीतिक जानकार इनकार नहीं कर रहे हैं. इधर, डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी के मामले में लालू प्रसाद यादव को झारखंड हाई कोर्ट से जमानत मिल गई है. इससे आरजेडी के नेताओं और कार्यकर्ताओं में जोश का संचार हुआ है. इसे काफी अहम माना जा रहा है.
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केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को आमंत्रण: राजद सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस इफ्तार में शामिल होने के लिए पक्ष-विपक्ष की तमाम पार्टियों के प्रमुखों, वरिष्ठ नेताओं को आमंत्रित किया गया है. इसमें सत्तारूढ़ जदयू के साथ ही प्रदेश बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं को भी आमंत्रित किया गया है. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव (Lalu Prasad Yadav elder son Tej Pratap Yada) ने बिहार दौरे पर आ रहे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) को आमंत्रित करने की सूचना ट्विटर के माध्यम से दी.
चिराग पासवान और मुकेश सहनी भी आमंत्रित: विधानसभा चुनाव के पहले पीठ में छुरा घोंपने का आरोप लगाकर महागठबंधन से अलग होने वाले वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी (VIP Supremo Mukesh Sahni) को भी इस इफ्तार में आमंत्रित किए जाने की खबर है. इसके अलावा खुद को पीएम मोदी का हनुमान कहने वाले लोजपा रामविलास के प्रमुख व सांसद चिराग पासवान (MP Chirag Paswan) के भी इफ्तार में शामिल होने की संभावना है. चिराग पासवान की पार्टी के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि उनके इस इफ्तार में शामिल होने की पूरी संभावना है. वहीं, वीआईपी के सूत्रों का कहना है कि मुकेश सहनी अभी राजधानी से बाहर हैं. अगर वह समय पर पटना लौटेंगे तो इफ्तार में शामिल हो सकते हैं. राजद सूत्रों के अनुसार इफ्तार के लिए एनडीए गठबंधन में शामिल हम पार्टी को भी आमंत्रित किया गया है. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को इसमें शामिल होने का अनुरोध किया गया है.
इस दावत-ए-इफ्तार पर सबकी नजर: राज्य की राजनीति पर गहरी नजर रखने वाले पत्रकार व विश्लेषक संजय उपाध्याय कहना है कि बिहार विधान परिषद चुनाव के बाद बोचहां विधानसभा उपचुनाव में जीत हासिल कर राजद के हौसले बुलंद हैं. वहीं, दूसरी तरफ एनडीए मंत्रिमंडल से निकाले जाने के बाद मुकेश सहनी बीजेपी से खार खाए बैठे हैं. कुछ इसी तरह के हालात चिराग पासवान के साथ भी बन रहे हैं. हाल फिलहाल के उनके कुछ बयानों पर गौर करें तो वह नये रास्तों को अपनाने से गुरेज नहीं करेंगे.