पटना: लालू प्रसाद यादव 15 साल तक सत्ता के शीर्ष पर बने रहे. एमवाई समीकरण की बदौलत लालू प्रसाद यादव ने सत्ता की सीढ़ियां चढ़ने में कामयाबी हासिल की. सवर्ण आरक्षण की मुखालफत करने वाली पार्टी राजद ने राज्यसभा चुनाव के लिए अब सवर्ण कार्ड खेलकर सबको चौंका दिया है.
विधानसभा चुनाव करीब आते ही छलका RJD का सवर्ण प्रेम, 2020 फतह की तैयारी
राष्ट्रीय जनता दल ने अपनी रणनीतियों में बदलाव किया है. मिशन 2020 फतह करने के लिए सवर्ण कार्ड खेलने का फैसला लिया है. राज्यसभा चुनाव में पार्टी अपने इरादे जाहिर कर चुकी है.
बिहार विधानसभा चुनाव करीब आते ही छलका सवर्ण प्रेम
पिछले विधानसभा चुनाव में लालू यादव ने एक भी भूमिहार को टिकट नहीं दिया था. सवर्ण आरक्षण के मद्देनजर बिहार में आंदोलन भी खड़ा हुआ था. गरीब सवर्णों को आरक्षण देने के लिए संसद में विधेयक के लाए गए मसौदे का राष्ट्रीय जनता दल के प्रतिनिधियों ने विरोध किया था. हालांकि अब विधानसभा चुनाव करीब आते ही पार्टी सवर्ण प्रेम छलका रही है. आरजेडी ने एडी सिंह को राज्यसभा भेजने का फैसला लिया है.
बीजेपी के वोट बैंक में सेंधमारी करने की कोशिश
राष्ट्रीय जनता दल ने अपनी रणनीतियों में बदलाव किया है. मिशन 2020 फतह करने के लिए सवर्ण कार्ड खेलने का फैसला लिया है. राज्यसभा चुनाव में पार्टी अपने इरादे जाहिर कर चुकी है. पार्टी की बीजेपी के वोट बैंक में सेंधमारी करने की कोशिश है. एक ओर बनिया समुदाय से ताल्लुक रखने वाले प्रेमचंद्र गुप्ता और दूसरी तरफ भूमिहार जाति से आने वाले एडी सिंह को राज्यसभा भेजने का फैसला लेकर आरजेडी ने सबको चौंका दिया है.