पटना:राजधानी पटना में गंगा डराने लगी (Ganga Scaring In Patna) है. बढ़ता जलस्तर से लोगों के साथ-साथ प्रशासन भी चिंतित है. दरअसलमानसून के दस्तक देते ही गंगा के जलस्तर में वृद्धि (Rise In Water Level Of Ganga In Patna) दर्ज होने लगती है. उसी कड़ी में बिहार के कई हिस्सों में काफी तेज बारिश और नेपाल में हो रहे मूसलाधार बारिश के कारण कई छोटी-बड़ी नदियां अपने खतरे के निशान से ऊपर चली गईं हैं. जिसके कारण गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है.
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गंगा का बढ़ता जलस्तर :बता दें कि लगातार हो रही बारिश के कारण और नेपाल से छोड़े जा रहे पानी के कारण गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है. गंगा का जलस्तर प्रति घंटे 1 सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ रहा है. पिछले 2 दिनों से काफी तेजी से गंगा के जलस्तर में वृद्धि दर्ज की जा रही है. वहीं अभी गंगा का जलस्तर 47.55 मीटर है. अगर हम बात करें गंगा के वार्निंग लेवल का तो वह 47.60 मीटर है, तो वही डेंजर लेवल 48.60 मीटर माना जाता है. हालांकि बिहार के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात भी उत्पन्न हो गए हैं. कई नदियां अपने खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं.
राजधानी पर मंडराया बाढ़ का खतरा :गंगा के जलस्तर में हो रही वृद्धि कहीं ना कहीं जल त्रासदी की संभावना जता रही है. गंगा के जलस्तर में काफी तेज प्रवाह है और काफी तेजी से गंगा बह रही है. जलस्तर भी उसी तेजी से वृद्धि हो रहा है. लेकिन बच्चे गंगा नदी में अठखेलियां करने से बाज नहीं आ रहे हैं. पटना के गांधी घाट पर अक्सर लोगों की डूबने की सूचना मिलती रहती है. हाल के दिनों में ही कई लोग गंगा नदी के तेज बहाव में बह कर डूब भी चुके हैं. कई लोगों को जिला प्रशासन और स्थानीय लोगों के द्वारा बचाया भी जा चुका है. लेकिन फिर भी बच्चे वहां अठखेलियां करने से बाज नहीं आ रहे हैं.