पटना:बिहार में कोरोनासंक्रमण (Corona Infected in Bihar) की रफ्तार बहुत तेज गति से बढ़ रही है. इस बार एक नई बात यह देखने को मिल रही है कि 50 वर्ष से कम उम्र वाले लोगों पर संक्रमण का अटैक गंभीर रूप से हो रहा है. 50 वर्ष से कम उम्र के लोगों को संक्रमण की चपेट में आने के बाद हॉस्पिटलाइजेशन की नौबत आ जा रही है. पटना के विभिन्न अस्पतालों में एडमिट मरीजों में ज्यादातर 50 वर्ष से कम के हैं.
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पटना एम्स में 50 वर्ष से कम उम्र के 10 से अधिक मरीज एडमिट हैं. वहीं एनएमसीएच की बात करें तो यहां भी 50 वर्ष से कम उम्र के 10 से अधिक मरीज एडमिट है. रविवार को भी 50 वर्ष से कम उम्र के पांच नए मरीज एनएमसीएच में एडमिट हुए हैं. इनमें 30 वर्ष से कम उम्र के 3 मरीज हैं. पीएमसीएच में इलाजरत 6 मरीजों में 3 मरीज की उम्र 50 से कम है. विगत 4 दिनों में पटना एम्स में 4 मरीजों की कोरोना संक्रमण की वजह से मौत हुई है. इनमें से 2 मरीजों की उम्र 30 वर्ष से भी कम थी.
पटना के होटल पाटलिपुत्र अशोक में बने डिस्ट्रिक्ट कोविड हेल्थ केयर सेंटर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. सद्दाम वारसी ने बताया कि इस बार संक्रमण से गंभीर रूप से संक्रमित 50 वर्ष से कम उम्र के लोग अधिक हो रहे हैं. इसके कुछ प्रमुख वजह है. जिसमें सबसे प्रमुख वजह ये है कि इस एज ग्रुप के लोग अपनी फैमिली में अधिक सक्रिय होते हैं और सड़कों पर भी अधिक संख्या में यही एज ग्रुप के लोग आज नजर आते हैं. संक्रमण बढ़ने पर लोगों से जब घरों में रहने की अपील की जाती है तो बुजुर्ग घर में रहते हैं. बच्चे भी घर में रहते हैं लेकिन 20 वर्ष से अधिक और 50 वर्ष से कम उम्र वाले लोग हैं. सड़क पर अधिक दिखते हैं, बाजार में खरीदारी करने के लिए भी इसी एज ग्रुप के लोग अधिक निकलते हैं और बाजार में इन लोगों की लापरवाही भारी पड़ जाती है. जरा समय के लिए भी लोग अगर चेहरे से मास्क हटाते हैं और सोशल डिस्टेंसिंग को भूलकर के भीड़ में जाते हैं वहीं संक्रमण का खतरा अधिक बढ़ जाता है.