पटना: पंजाब कांग्रेस में उथल-पुथल मची तो बिहार कांग्रेस (Bihar Congress) में भी अध्यक्ष पद को लेकर पार्टी के अंदर खींचतान शुरू हो गई है. दरअसल वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा (Madan Mohan Jha) एक्सटेंशन पर चल रहे हैं. अगड़ी और पिछड़ी जाति के उम्मीदवार अपनी दावेदारी जता रहे हैं. लिहाजा विवाद को टालने के लिए कांग्रेस नेतृत्व मदन मोहन झा के कार्यकाल को 6 महीने के लिए बढ़ा दिया था.
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पंजाब में उथल-पुथल के बाद कांग्रेस आलाकमान पर अध्यक्ष पद को लेकर अंतिम फैसला लेने के लिए दबाव बढ़ गया है. पार्टी नेतृत्व को इस बात का भी डर है कि अगर अध्यक्ष पद को लेकर कोई फैसला लिया गया तो इसका फायदा एनडीए (NDA) उठा सकता हैं. वैसे भी जेडीयू काफी समय से नाराज नेताओं पर डोरे डाल रहे हैं.
जेडीयू नेता लंबे समय से कांग्रेस में टूट के दावे कर रहे हैं, लेकिन संख्या पूरे नहीं होने के चलते टूट को अंजाम नहीं दिया जा सका है. सबको इंतजार है कांग्रेस में उपजे असंतोष का. राजनीतिक विश्लेषक डॉ. संजय कुमार का मानना है कि कांग्रेस नेतृत्व पर फैसले के लिए दबाव बढ़ गया है. अध्यक्ष पद को लेकर लंबे समय से पार्टी के अंदर विवाद चल रहा है. अगर फैसला लिया जाता है तो वैसी स्थिति में पार्टी में असंतोष बढ़ने का फायदा एनडीए नेता उठा सकते हैं.