पटना: नये साल में पहली बार सीएम जनता दरबार ( CM Nitish In Janta Darbar ) में शिरकत किये हैं. जनता के दरबार में फरियादी मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगा रहे हैं. लोगों की शिकायत सुनने के बाद सीएम नीतीश वहां मौजूद अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दे रहे हैं. इसी दौरान एक ऐसा केस सामने आया, जिसे सुन नीतीश कुमार भी परेशान हो गए.
दरअसल, जनता दरबार में एक लड़की आयी थी. लड़की ने पहले अपनी समस्या सुनायी लेकिन सीएम नीतीश कुछ समझ नहीं पाए. तब उन्होंने पूछा कि बताइये समस्या क्या है. तब उस लड़की ने कहा कि मेरे साथ रेप ( Rape Victim In Janta Darbar ) हुआ है लेकिन अब तक पुलिस ने किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की. आईओ फोन नहीं उठाता है, ना ही केस स्टेटस बताता है.
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रेप की बात सुन नीतीश कुमार परेशान हो गए. उन्होंने कहा कि रेप केस है, अच्छा, पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है? इसके बाद उन्होंने तुरंत डीजीपी को फोन लगाया और कहा कि नौबतपुर की एक लड़की आयी है. उसके साथ रेप हुआ है. पटना के रूपसपुर थाना में केस दर्ज है. कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. तुरंत सबको बुलाइये और एक्शन लीजिए. इसके बाद नीतीश कुमार ने पीड़ित लड़की को डीजीपी के पास भेज दिया.
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बता दें कि जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम प्रत्येक महीने के पहले तीन सोमवार को आयोजित होता है. एक दिन में मुख्यमंत्री कई लोगों से मिलते है और उनकी समस्याएं सुनते है. हर सोमवार को अलग-अलग विभाग की समस्याएं ली जाती है. जनता दरबार में जिस दिन जिस विभाग की समस्या सुनी जाती है, उस दिन उस विभाग के तमाम पदाधिकारी और मंत्री मौजूद रहते हैं.
प्रथम सोमवार :गृह राजस्व एवं भूमि सुधार, कारा, मद्य निषेध उत्पाद निबंधन विभाग, निगरानी विभाग और खान एवं भूतत्व विभाग के मामले लिए जाएंगे.
द्वितीय सोमवार :स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण, पिछड़ा अति पिछड़ा विभाग, विज्ञान एवं प्रावैधिकी, सूचना प्रावैधिकी कला संस्कृति, वित्त, श्रम संसाधन व अन्य विभाग.
तृतीय सोमवार :ग्रामीण विकास, ग्रामीण कार्य, पंचायती राज, ऊर्जा, पथ निर्माण, पीएचईडी, गन्ना विकास, सहकारिता, पशु व मत्स्य संसाधन, जल संसाधन, लघु जल संसाधन, नगर विकास, सूचना एवं जन संपर्क विभाग, वन एवं पर्यावरण, भवन निर्माण व अन्य विभाग.
जनता दरबार में कोरोना गाइडलाइन (Corona Guideline) का सख्ती से पालन किया जा रहा है. बाहर से जो भी शिकायतकर्ता जनता दरबार में आए हैं, उनकी कोरोना जांच के साथ वैक्सीनेशन भी किया जा रहा है. हालांकि जनता दरबार में जहां पहले बड़ी संख्या में लोग पहुंचते थे, वहीं अब कोरोना के कारण सीमित संख्या में ही लोगों को आने की अनुमति दी गई है.
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