नई दिल्ली/पटना: तीन महीने पहले एक महिला की शिकायत के आधार पर दिल्ली पुलिस ने बिहार के समस्तीपुर से लोजपा सांसद प्रिंस राज (LJP MP Prince Raj) के खिलाफ कनॉट प्लेस पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया है. एफआईआर में जमुई से सांसद चिराग पासवान(MP Chirag Paswan) का भी नाम है. चिराग पर चचेरे भाई प्रिंस के खिलाफ कार्रवाई में देरी करने की साजिश रचने व धमकी देने का आरोप है.
ये भी पढ़ें: विरासत की सियासत बनी चिराग के लिए चुनौती, गठबंधन पर कन्फ्यूजन के कारण अधर में राजनीतिक भविष्य
बता दें कि दिल्ली की राउस एवेन्यू कोर्ट के निर्देश के बाद पुलिस ने इसी महीने, 9 सितंबर को प्राथमिकी दर्ज की थी. जब इस मुद्दे पर चिराग पासवान और प्रिंस राज की प्रतिक्रिया नहीं मिल पायी है.
वहीं पीड़ित पक्ष के मुताबिक मई में दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज की थी और जुलाई में दिल्ली की एक अदालत में एक आवेदन दिया था. सांसद प्रिंस राज और उनके चचेरे भाई चिराग पासवान के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश कोर्ट ने पुलिस को दिया था.
युवती ने अपनी शिकायत में कहा है कि वह प्रिंस राज से लगभग 1 साल पहले पार्टी ऑफिस में मिली थी. इसके बाद उनके बीच मुलाकातें होने लगीं. ऐसी ही एक मुलाकात के दौरान उसने पानी में कुछ नशीला पदार्थ मिलाकर दिया जिसे पीने के बाद वह बेहोश हो गई. इस बेहोशी की हालत में उसके साथ दुष्कर्म किया गया. युवती का यह भी आरोप है कि उसका अश्लील वीडियो बनाकर सांसद बार-बार उसे धमकी देकर उसके साथ संबंध बना रहे थे. वहीं, चिराग पासवान पर युवती ने एफआईआर नहीं करने का दबाव बनाने का आरोप लगाया है.
जानकारी के अनुसार पीड़ित युवती ने बीते मई महीने में कनॉट प्लेस थाना में शिकायत देकर सांसद प्रिंस राज पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था. छानबीन के दौरान पुलिस को पता चला था कि प्रिंस राज ने युवती के खिलाफ 10 फरवरी को जबरन उगाही की एफआईआर संसद मार्ग थाने में दर्ज करा रखी है. इसके चलते पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही थी. उन्होंने इस घटना को लेकर एफआईआर दर्ज नहीं की थी. संसद मार्ग थाने में दर्ज मामले में युवती ने अदालत के समक्ष अग्रिम जमानत की याचिका लगाई थी जिसमें उसे अग्रिम जमानत मिल गई थी.
ये भी पढ़ें: LJP की बैठक में नीतीश के खिलाफ निंदा प्रस्ताव, चिराग की मौजूदगी में लगे मुर्दाबाद के नारे
गौरतलब है कि प्रिंस उन पांच लोजपा सांसदों में से एक हैं, जिन्होंने इस साल जून में चिराग के नेतृत्व के खिलाफ पार्टी में बगावत की थी. इससे पहले प्रिंस ने 10 फरवरी को शिकायतकर्ता के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी. उन्होंने तब कहा था- 'मुझे पता चला है कि एक महिला ने मुझ पर कुछ आरोप लगाए हैं. हमने 10 फरवरी को ही शिकायत दर्ज की थी. पुलिस के सामने सभी सबूत पेश किए थे.'
सांसद ने 17 जून को एक ट्वीट किया था जिसमें लिखा था कि ‘मैं स्पष्ट रूप से इस तरह के किसी भी दावे या बयान से इनकार करता हूं जो मेरे खिलाफ किया गया है. ऐसे सभी दावे झूठे, मनगढ़ंत हैं. मेरी प्रतिष्ठा को खतरे में डालकर पेशेवर और व्यक्तिगत रूप से मुझ पर दबाव बनाने के लिए एक बड़ी आपराधिक साजिश का हिस्सा है. उल्लेखनीय है कि प्रिंस राज रामविलास पासवान (Ram Vilas Paswan) के सबसे छोटे भाई रामचंद्र पासवान (Ramchandra Paswan) के बेटे हैं. रामचंद्र पासवान की मौत के बाद प्रिंस राज सांसद बने थे.
ये भी पढ़ें: BJP नेता नीरज बबलू का बड़ा बयान, 'चिराग एनडीए का हिस्सा हैं और आगे भी रहेंगे'