पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) के समक्ष 1 अणे मार्ग स्थित संकल्प में पथ निर्माण विभाग ने प्रेजेंटेशन दिया. पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा (Secretary Amrit Lal Meena) ने प्रेजेंटेशन में बताया कि राज्य में सड़क आधारभूत ढांचे के अग्रेत्तर सुदृढ़ीकरण के उद्देश्य से राज्य सरकार के अनुरोध पर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (National Highways Authority of India) द्वारा चार परियोजनाओं का मार्ग रेखन तैयार कर राज्य सरकार की सहमति के लिए प्राप्त हुआ है.
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मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क आधारभूत ढांचे के अग्रेत्तर सुदृढ़ीकरण के उद्देश्य से जो परियोजना तैयार की गयी है, वह बेहतर है. नये पथों के निर्माण से लोगों को त्वरित गति से आवागमन में और सहुलियत होगी. दिल्ली, कोलकाता, वाराणसी तक सड़क के माध्यम से भी सफर करने में लोगों को सुविधा के साथ-साथ समय की बचत होगी. उन्होंने कहा कि नए पथों के निर्माण के साथ-साथ पुराने पथों को भी मेंटेन रखें. शहरों में सुलभ संपर्कता को बढ़ाने के लिए काम करें.
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा जिन चार परियोजनओं का सहमति प्राप्त हुआ है, उसके बारे में विस्तृत रूप से प्रेजेंटेशन के माध्यम से मुख्यमंत्री को अपर मुख्य सचिव अमित लाल मीणा ने जानकारी दी. उसमें मोकामा-मुंगेर फोर लेन पथ के अन्तर्गत मोकामा से मनोहरपुर होते हुए लखीसराय के दक्षिण से मुंगेर तक ग्रीन फील्ड नये फोर लेन पथ के एलाइनमेंट की स्वीकृति प्रदान की गई. इसमें सरमेरा से मनोहरपुर तक 20 कि.मी. लम्बा पथ भी शामिल रहेगा. इस पथ की कुल लम्बाई 92 कि.मी. होगी. इसके बन जाने से राज्य में बक्सर से पटना होते हुए मोकामा-मुंगेर के माध्यम से भागलपुर-मिर्जा चौकी तक फोर लेन पथ की उपलब्धता सुनिश्चित हो सकेगी.
बरौनी-मुजफ्फरपुर फोर लेन पथ के अन्तर्गत बरौनी-बछवाड़ा -दलसिंह सराय-मुसरी धरारी के रास्ते मुजफ्फरपुर तक वर्तमान पथ के फोर लेन चौड़ीकरण हेतु सहमति प्रदान की गई. मुजफ्फरपुर शहर में यातायात की सुगमता के उद्देश्य से मुजफ्फरपुर शहर के रिंग रोड के एलाइनमेंट की सहमति प्रदान की गई. मुजफ्फरपुर-बरौनी पथ को मुजफ्फरपुर-हाजीपुर पथ से 5 कि.मी. लम्बे बाईपास पथ से जोड़ा जाएगा. इसी प्रकार मुजफ्फरपुर-बरौनी पथ को मुजफ्फरपुर-दरभंगा ईस्ट-वेस्ट कोरिडोर से 11 कि.मी. लम्बे बाईपास पथ से जोड़ा जाएगा.
साथ ही मुजफ्फरपुर-बाईपास को ईस्ट-वेस्ट कोरिडोर में 1.6 कि.मी. लम्बे पथ से जोड़ा जाएगा. मुजफ्फरपुर शहर में प्रवेश करने वाले सभी राष्ट्रीय राजमार्ग आपस में मुजफ्फरपुर रिंग रोड के माध्यम से जुड़ पाएगा. मुजफ्फरपुर रिंग रोड की कुल लम्बाई लगभग 40 कि.मी. होगी. इसके बन जाने से मुजफ्फरपुर शहर में जाम की समस्या काफी हद तक कम जो जाएगी एवं शहर का सभी दिशाओं में व्यापक फैलाव हो सकेगा.
बक्सर-हैदरिया फोर लेन पथ का निर्माण के अन्तर्गत उत्तर प्रदेश में लखनऊ से हैदरिया तक पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है. पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से बक्सर की सम्पर्कता सुनिश्चित करने के लिए 17 कि.मी. पथांश के फोर लेन चौड़ीकरण हेतु मार्ग रेखन प्रस्ताव को देखा गया एवं इस पर सहमति व्यक्त की गई. इसके बन जाने से बिहार राज्य की राजधानी पटना की दिल्ली तक 4/6 लेन के माध्यम से अतिरिक्त सुलभ सम्पर्कता सुनिश्चित हो सकेगी.
बक्सर-वाराणसी ग्रीन फील्ड फोर लेन पथ के अन्तर्गत पटना से बक्सर के रास्ते वाराणसी तक सुगम आवागमन के प्रयोजन से बक्सर-चौसा-वाराणसी नये फोर लेन पथ के एलाइनमेंट पर सहमति प्रदान की गई. इस एलाइनमेंट का 29 कि.मी. हिस्सा बिहार राज्य में पड़ता है और 62 कि.मी. हिस्सा उत्तर प्रदेश में पड़ता है. इसके बन जाने से पटना से वाराणसी तक की दूरी मात्र 225 कि.मी. रह जाएगी, जो पटना-मोहनियां-वाराणसी मार्ग रेखन की तुलना में लगभग 30 कि.मी. कम होगी.
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