बिहार

bihar

ETV Bharat / city

पटना: कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए जेलों में किए जा रहे खास बदलाव - स्वास्थ्य विभाग

स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर सभी जेलों को सैनिटाइज किया जा रहा है. जो भी नए कैदी जेल में आते हैं, जेल प्रशासन पहले उनकी प्रॉपर स्क्रीनिंग करता है. इसके बाद उन्हें नहला कर उनके कपड़े बदलकर ही जेल के अंदर प्रवेश करवाया जाता है. इसके अलावा उनकी ट्रैवल हिस्ट्री की भी पूरी पड़ताल की जाती है.

patna
patna

By

Published : Jul 18, 2020, 1:46 PM IST

पटना: कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण देखते हुए बिहार सरकार अलर्ट मोड पर है. राज्य के कुछ जिलों के जेलो में कोरोना ने दस्तक दे दी है. इस वजह से जेल में कैदियों को सोशल डिस्टेंस मेंटेन करवाया जा रहा है. इसके अलावा बाकी सभी एहतियात भी बरते जा रहे हैं. कैदियों की इम्युनिटी बढ़ाने के लिए उन्हें काढ़ा और पौष्टिक खाना खिलाया जा रहा है. इसके अलावा कैदियों से योगा भी करवाया जा रहा है.

परिजनों से मुलाकात पर भी रोक
बिहार के जेलों में अभी कुल करीबन 40 हजार कैदी हैं. जेलों में ज्यादा भीड़ होने की वजह से 5 हजार से ज्यादा कैदियों को दूसरे जेलो में शिफ्ट भी किया जा चुका है. कोरोना की वजह से जेल में बंद कैदियों के परिजनों से मुलाकात पर भी रोक लगा दी गई है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

जेलों में काढ़ा, योगा और जरूरी इंतजाम
जेल आईजी मिथिलेश कुमार ने बताया कि बिहार के जेलो में कोरोना का संक्रमण ना फैले, इसके मद्देनजर जेल प्रशासन ने सभी जिलों को निर्देश जारी किए गए हैं. सभी कैदियों के इम्युनिटी सिस्टम बढ़ाने के लिए काढ़ा पिलाने के साथ योगा और जरूरी इंतजाम जेलों में किए गए हैं.

जेल हो रहे सैनिटाइज
स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर सभी जेलों को सैनिटाइज किया जा रहा है. साथ ही जेलों को साफ-सुथरा रखने की व्यवस्था की जा रही है. जो भी नए कैदी जेल में आते हैं, जेल प्रशासन पहले उनकी प्रॉपर स्क्रीनिंग करता है. इसके बाद उन्हें नहला कर उनके कपड़े बदलकर ही जेल के अंदर प्रवेश करवाया जाता है. इसके अलावा उनकी ट्रैवल हिस्ट्री की भी पूरी पड़ताल की जाती है.

मिथिलेश कुमार, जेल आईजी

जेलों में अलग से क्वारंटीन सेंटर भी मौजूद
जेल प्रशासन की तरफ से सभी जेलों में अलग से क्वारंटीन सेंटर भी बनाए गए हैं. नए कैदियों को पहले 14 दिन क्वारंटीन रूम में रखा जाता है. इसके बाद ही उन्हें दूसरे वार्ड में शिफ्ट किया जाता है. जेल प्रशासन की तरफ से कैदियों के लिए जेल में लगे फोन के जरिए उनके परिजनों से वॉइस कॉल या वीडियो कॉल के जरिए बात करवाई जा रही है.

पुलिसकर्मियों की सुरक्षा का रखा जा रहा ध्यान
जेल आईजी ने ईटीवी भारत से फोन पर बातचीत के दौरान जेल आईजी मिथिलेश कुमार ने बताया कि कैदियों के साथ-साथ पुलिसकर्मियों की भी सुरक्षा का ध्यान रखा जा रहा है. जिस जिले के जेल में ज्यादा कैदी रह रहे हैं, उन्हें दूसरे जेलो में शिफ्ट किया जा रहा है.

बेऊर जेल, पटना

सर्दी-जुखाम के लक्षण वाले कैदी आइसोलेशन वार्ड

जेलों में बंद कैदियों के खान-पान के साथ-साथ साफ-सफाई का पूरा ख्याल रखा जा रहा है. समय-समय पर सभी वार्डों को सैनिटाइज किया जा रहा है. जेल आईजी मिथिलेश कुमार की मानें तो जिस किसी कैदी में सर्दी जुखाम या बुखार के लक्षण पाए जा रहे हैं, उन्हें तुरंत जेलों में बने अलग आइसोलेशन वार्ड में रखा जा रहा है ताकि दूसरे कैदी को संक्रमण ना फैले.

ABOUT THE AUTHOR

...view details