पटना:बिहार की राजधानी पटना में सार्वजनिक परिवहन ( Public transportation In Patna ) के प्रमुख अंग बसऔर शहर में चलने वाले हजारों ऑटो हैं. ऑटो चालकों के लिए पहले ही सरकार ने योजना बनाई है जिसके तहत उन्हें 30 सितंबर तक पेट्रोल और डीजल ( Petrol-Diesel ) ऑटो को सीएनजी ( CNG ) में कन्वर्ट करने का मौका दे रही है.
वायु प्रदूषण कम करने की कवायद
पटना में वायु प्रदूषण स्तर ( Air Pollution Level In Patna ) को कम करने के लिए परिवहन विभाग की ओर से राजधानी पटना में चलने वाली डीजल बसों को धीरे-धीरे हटाकर उनकी जगह ग्रीन फ्यूल से चलने वाली बसों को सड़क पर उतारा जा रहा है. कुछ माह पहले ही इलेक्ट्रिक बसों ( Electric Buses ) का परिचालन पटना में शुरू किया गया है.
ये भी पढ़ें- Modi Cabinet Expansion: रेस में शामिल नेताओं की बढ़ी धड़कनें, इन्हें मिल सकती है कुर्सी
'अगर सब कुछ ठीक रहा तो इस वर्ष के अंत तक सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था के मामले में पटना बेहतर स्थिति में होगा, क्योंकि तब तक डीजल से चलने वाले सभी ऑटो और बसों को सीएनजी में कन्वर्ट कर दिया जाएगा.'-संजय कुमार अग्रवाल, परिवहन सचिव
कितनी इलेक्ट्रिक बसें हैं फिलहाल
राजधानी पटना में फिलहाल 13 इलेक्ट्रिक बसें चल रही हैं. पटना में गांधी मैदान से बिहटा के लिए एक इलेक्ट्रिक बस का शुभारंभ आज ही हुआ है. इसके अलावा एक इलेक्ट्रिक बस पटना एयरपोर्ट से दरभंगा एयरपोर्ट के लिए और एक इलेक्ट्रिक बस पटना से राजगीर के लिए चल रही है.