पटनाःलोजपा में दो फाड़ (Split in LJP) होने से दो गुट बन गए, पारस गुट और चिराग गुट. दोनों गुट खुद को असली लोजपा कहते आ रहे हैं. खास बात तो यह है कि लोजपा एनडीए का हिस्सा है. चिराग पासवान के एनडीए का हिस्सा होने के जवाब में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने सीधे लफ्जों में कह दिया है कि हमारा गठबंधन पार्टी से है, किसी व्यक्ति विशेष से नहीं.
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बता दें कि लोजपा में पशुपति पारस ने बगावत कर अलग गुट बना रखी है. वे केंद्र की सरकार में मंत्री भी हैं. चिराग पासवान को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है. भाजपा नेता पशुपति पारस को एनडीए का हिस्सा मान रहे हैं. और यह भी कह रहे हैं कि हमारा गठबंधन किसी व्यक्ति विशेष से नहीं है.
'पशुपति पारस राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) का हिस्सा हैं. वे केंद्र में मंत्री भी हैं. हमारा गठबंधन किसी व्यक्ति विशेष से नहीं है. व्यक्ति नहीं पार्टी गठबंधन का हिस्सा हुआ करती है. पशुपति पारस के नेतृत्व में लोजपा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का हिस्सा है.'-संजय जायसवाल, प्रदेश अध्यक्ष, बीजेपी
बता दें कि एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब संजय जायसवाल से पूछा गया कि चिराग पासवान एनडीए का हिस्सा हैं, तो उन्होंने सधे हुए शब्दों में जवाब दिया कि हमारा गठबंधन पार्टी से है. किसी व्यक्ति विशेष से नहीं है. चिराग पासवान पर जदयू ने भी निशाना साधा है.
'विधानसभा चुनाव के दौरान ही चिराग पासवान को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था. आज की तारीख में वह एनडीए का हिस्सा नहीं हैं. पशुपति पारस के नेतृत्व में 5 सांसद जरूर राष्ट्रीय जनता दल गठबंधन का हिस्सा हैं. उन्होंने विधानसभा चुनाव के दौरान नकारात्मक राजनीति की थी.'-अभिषेक झा, प्रवक्ता, जदयू
बता दें कि यह मामला बिहार की राजनीति गलियारों में उस वक्त चर्चा का विषय बन गया, जब बीजेपी के मंत्री नीरज सिंह बबलू ने एक बयान दिया. उन्होंने कहा था कि भले ही चिराग पासवान नीतीश कुमार से दूरी बना कर रखते हों, लेकिन वे अभी भी बीजेपी के अंग हैं. बीजेपी को उनसे बिल्कुल भी परहेज नहीं है.
वहीं इस पर बीजेपी के नेता सैयद शाहनवाज हुसैनने भी कह दिया है कि लोजपा अभी भी एनडीए के साथ है. चिराग पासवान भी लोजपा के ही सांसद हैं. रामविलास पासवान के जीवित रहने के समय से लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) एनडीए का अंग है. रामविलास जी के बाद आज भी उन्हीं की पार्टी के सांसद और उनके अनुज पशुपति कुमार पारस नरेंद्र मोदी सरकार में इस्पात मंत्री हैं. इस नाम की कोई दूसरी पार्टी भी नहीं बनी है.
जानकारी हो कि विधानसभा चुनाव के दौरान चिराग पासवान की वजह से एनडीए को परेशानियों का सामना करना पड़ा था. जदयू 43 सीटों पर ही सिमट गई थी. सबसे बड़ा नुकसान जदयू को ही हुआ था. नीतीश कुमार ने पशुपति पारस को अलग करवाया और केंद्र में वे मंत्री बने. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में नेता पशुपति पारस गुट को ही लोजपा मान रहे हैं. चिराग पासवान को लेकर भाजपा और जदयू की अलग-अलग राय हैं. जदयू चिराग को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का हिस्सा नहीं मानते हैं, वहीं भाजपा नेता ऐसा कहने में संकोच कर रहे हैं.
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