पटना: इन दिनों बिहार में आपराधिक वारदातों में वृद्धि (Crime Increase in Bihar) हो रही है. राजधानी पटना अपराधियों का हॉटस्पॉट बन गया है. हत्या और लूट जैसी वारदातों में वृद्धि हो रही है. इसके बावजूद भी कई ऐसे चर्चित मामले हैं जिसका खुलासा बिहार पुलिस से अब तक नहीं हो पाया है. बता दें कि 23 अगस्त 2020 को राजधानी पटना का सबसे चर्चित हत्याकांड मामले में अब तक पुलिस द्वारा इसका खुलासा नहीं हो पाया है. इस घटना को अपराधियों ने कार्बाइन जैसे बड़े हथियार से घटना को अंजाम दिया था.
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बिहार पुलिस के लिए पहेली बने कई हत्याकांड: हालांकि, इसके अलावा भी कई ऐसे मामले हैं जिसमें पुलिस द्वारा अब तक खुलासा नहीं (Many murder cases in Bihar) हो पाया है. पिछले 3 महीने में बेगूसराय जिले में चार चर्चित हत्याकांड में पुलिस को सफलता नहीं मिल पाई है. इसमें शीलभद्र प्रियदर्शी हत्याकांड, बमबम सिंह हत्याकांड, समीर हत्याकांड और फाइनेंसकर्मी संजीव हत्याकांड मामले में पुलिस को अब तक सफलता नहीं मिली है, इसमें सिर्फ दो मामले पुलिस के लिए ब्लाइंड साबित हो रहे हैं.
जब ताबड़तोड़ फायरिंग से दहला पटना: 23 अगस्त 2020 को राजधानी पटना का बेउर इलाका रविवार की सुबह करीब पौने 11 बजे गोलियों की तड़तड़ाहट से दहल उठा. पटना के पूर्व डिप्टी मेयर अमरावती देवी के पति व पूर्व वार्ड पार्षद दीना गोप के चाचा सह प्रापर्टी डीलर टुनटुन यादव की हत्या करने में नाकाम बदमाशों ने उनके दफ्तर में घुसकर अंधाधुंध 25 राउंड फायरिंग की. भिड़ने पर बदमाशों ने दफ्तर में मौजूद परसा बाजार के रहीमपुर निवासी प्रापर्टी डीलर राजेश कुमार यादव को कार्बाइन से भून डाला. फायरिंग में गोली लगने से तीन अन्य प्रापर्टी डीलर गंभीर रूप से घायल हो गए.
2 साल बाद भी पुलिस के हाथ खाली: बताया गया था कि चार अपराधी बाइक पर सवार होकर आये थे. सभी असलहों से लैस थे. वह प्रॉपर्टी डीलर टुनटुन यादव की हत्या करने आये थे. अपराधी प्रापर्टी डीलर टुनटुन यादव के दफ्तर में घुसे. वहां आठ दस प्रॉपर्टी डीलर बैठे थे, जबकि कुछ देर पहले ही टुनटुन दफ्तर से जा चुके थे. टुनटुन के दिखाई नहीं. देने पर अपराधियों ने दनादन गोलियां चलानी शुरू कर दी. अपराधियों ने गोली मारकर जहां प्रॉपर्टी डीलर राजेश कुमार निवासी परसा की हत्या कर दी. वहीं, गोली लगने से दो लोग और पिस्टल के बट से किये गये हमले में एक अन्य प्रापर्टी डीलर जख्मी हो गया. प्रारंभिक जांच में घटना के पीछे भूमि विवाद व पूर्व में दीना गोप हत्याकांड से उपजी रंजिश की बात सामने आ रही थी. इस मामले में 2 वर्ष बीतने को है, लेकिन अबतक पुलिस के हाथ खाली हैं.
बेगूसराय में 3 माह में 4 चर्चित हत्याएं: बेगूसराय शहर में पिछले 3 माह में 4 चर्चित हत्या हुई हैं, जिसमें से दो हत्याकांड ब्लाइंड मर्डर केस है. जिसका खुलासा करने में नगर थाना की पुलिस अभी तक विफल है. चारों हत्याकांड में पुलिस एक भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है. हालांकि, हत्याकांड के खुलासे में पुलिस जुटी हुई है. बता दें कि शीलभद्र प्रियदर्शी हत्याकांड मामले में 85 दिन बाद भी दोनों अपराधी फरार हैं. श्री कृष्णपुरी मोहल्ले में बदमाशों ने शीलभद्र प्रियदर्शी की हत्या कर दी गई थी. पुलिस ने 7 जनवरी को शीलभद्र का शव उसके मकान से बरामद किया था. मृतक के मामा सुरेश भारती ने नगर थाना में नामजद प्राथमिक दर्ज कराई है, जिसमें शीलभद्र की चाची बबीता कुमार उर्फ अंशु कुमारी और उसके भाई बबलु राय को नामजद किया है.
लुटेरों ने की थी फाइनेंसकर्मी की हत्या: वहीं, लूट के दौरान फाइनेंसकर्मी संजीव को गोली मारी थी. पोखरिया स्थित बड़ी पोखर के पास अति व्यस्ततम तिराहे पर बाइक सवार लुटेरों ने 9 फरवरी को कलेक्शन स्टाफ संजीव को गोली मारकर बैग लूट लिया था. लुटेरों की गोली से जख्मी संजीव की मौत इलाज के दौरान 12 मार्च को हो गई थी. इस सनसनीखेज लूट और हत्याकांड में पुलिस के हाथ अब तक खाली हैं.