पटना: सोमवार को पटना नगर निगम के स्टेट फाइनेंस कमीशन की बैठक हुई. इसमें फाइनेंस कमीशन के अधिकारियों के साथ पटना नगर निगम के अधिकारी और वार्ड पार्षद भी मौजूद रहे. यह बैठक बांकीपुर अंचल कार्यालय के सभागार में की गई. राजधानी में नगर निगम की रिपोर्ट के अनुसार 561 कॉलोनी और 4370 रोड 75 बोर्ड के अंतर्गत आते हैं. नगर निगम में कर्मचारियों की संख्या 378 स्थाई और 815 अस्थाई कर्मचारी हैं.
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पटना कैसे बेहतर हो सके, कैसे सुंदर बन सके, नागरिकों को कैसे सुविधा मिले इन सब विषयों पर पटना नगर निगम के स्टेट फाइनेंस कमीशन की बैठक हुई. बैठक में अगले 5 वर्ष में कौन-कौन सी योजना पर कार्य करना है इस पर चर्चा की गई.
5 साल की योजना पर चर्चा
पटना कैसे बेहतर हो सके, कैसे सुंदर बन सके, नागरिकों को कैसे सुविधा मिले इन सब विषयों पर सिलसिलेवार तरीके से फाइनेंस कमीशन के अधिकारी और वार्ड पार्षदों के बीच विचार-विमर्श किया गया. फाइनेंस कमीशन के अधिकारियों ने सभी वार्ड पार्षदों से विचार विमर्श किया और अगले 5 वर्ष में कौन-कौन सी योजना पर कार्य करना है इस पर भी चर्चा की.
2020 से 2025 तक के लिए जारी होगा बजट
फाइनेंशियल ईयर 2020 से 2025 तक के लिए बजट जारी होगा. पटना नगर निगम अगले 5 साल में जो प्लान दिया है. उसके अनुसार 64 घंटा वाटर सप्लाई, मेगा ड्रेनेज, ग्रीन कवरेज के साथ-साथ पटना को साफ रखने के लिए जगह-जगह टॉयलेट और यूरिनल, नाइट शेल्टर होम और स्लम हाउस प्रमुखता से बनाए जाएंगे. पटना नगर निगम रोजाना 800 से 900 मिट्रिक टन कचरा निकालता है. जिसकी प्रोसेसिंग के लिए 6 से 8 महीने में कचरा प्रोसेसिंग प्लांट भी लगाना है.