पटना: राजधानी में बिहार परिवहन विभाग के जरिए पेड़ों को ट्रांसप्लांट करने का काम किया गया था. विभाग का यह काम फेल होता नजर आ रहा है. बीते दिनों विभाग ने आर ब्लॉक दीघा पथ पर करीब डेढ़ सौ से ज्यादा पेड़ों को ट्रांसप्लांट किया था. दावा किया गया था कि इस प्रक्रिया के तहत पेड़ बिना सूखे एक जगह से दूसरी जगह शिफ्ट किए जाएंगे. लेकिन 6 महीने के बाद ही बड़ी संख्या में पेड़ सूख चुके हैं.
पटना में नहीं पनपे ट्रांसप्लांटेड पेड़, 20 प्रतिशत पेड़ सूखे - नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल
ईटीवी भारत ने इसका जायजा लिया तो बड़ी संख्या में शिफ्ट किए गए पेड़ सूखे पाए गए. जिससे यह साफ पता चलता है कि जो प्रक्रिया अपनाई गई है, वह पूरी तरह सफल नहीं रही.
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सूख गए 20 फीसदी पेड़
ईटीवी भारत ने इसका जायजा लिया तो बड़ी संख्या में शिफ्ट किए गए पेड़ सूखे पाए गए. जिससे यह साफ पता चलता है कि जो प्रक्रिया अपनाई गई है, वह पूरी तरह सफल नहीं रही. हालांकि कई ऐसे पेड़ भी हैं जो ट्रांसप्लांट करने के बाद भी आसानी से दूसरी जगह हरे-भरे हैं. उनमे पत्तियां भी आ गई हैं. लेकिन करीब 20 फीसदी पेड़ ऐसे दिखे जो पूरी तरह सूख चुके हैं.
ट्रांसप्लांटकिए जा रहे हैं डेढ़ सौ पेड़
बता दें कि पिछले विधानमंडल सत्र के दौरान पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव ने पेड़ों को ट्रांसप्लांट करने के काम का शुभारंभ किया था. इस दौरान पथ निर्माण विभाग के मंत्री और सचिव ने भी दावा किया था कि जो गाइडलाइंस नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की तरफ से दी गई है. उसके मुताबिक किसी भी पेड़ को काटना नहीं है. उसका ध्यान रखते हुए करीब डेढ़ सौ पेड़ों को ट्रांसप्लांट किया जा रहा है. ताकि उन्हें काटने की नौबत ना आए और वे एक जगह से दूसरी जगह शिफ्ट हो जाएं.